SBI की नेट बैंकिंग आज दो घंटे तक रहेगी ठप, नहीं उठा पाएंगे किसी भी तरह की सुविधा का फायदा

SBI ने 4 सितंबर को अपने इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म जैसे योनो योनो लाइट योनो बिजनेस IMPS और UPI में तकनीकी खराबी की सूचना दी थी। इस बीच बैंक ने कहा कि ग्राहकों को बेहतर अनुभव लेने के लिए 30 सितंबर से पहले अपने पैन को आधार से जोड़ना अनिवार्य है।

By NiteshEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 03:22 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 08:00 AM (IST)
SBI की नेट बैंकिंग आज दो घंटे तक रहेगी ठप, नहीं उठा पाएंगे किसी भी तरह की सुविधा का फायदा
SBI net banking services to be hit for 2 hours on September 15

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों को बताया है कि रखरखाव गतिविधियों के कारण उनक नेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म 15 सितंबर (बुधवार) को प्रभावित रहेगा। SBI ने ट्वीट में कहा, हम 15 सितंबर 2021 को रात 00:00 बजे से लेकर 15 सितंबर रात 02:00 बजे (120 मिनट) के बीच रखरखाव गतिविधियां करेंगे। इस अवधि के दौरान, ऑनलाइन SBI सुविधा प्रभावित रहेगा।

ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है और आपसे अनुरोध है कि हमारे साथ सहयोग करें। बैंक ने आगे कहा कि वह अपने ग्राहकों को बेहतर बैंकिंग अनुभव देने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है।

We request our esteemed customers to bear with us as we strive to provide a better Banking experience.#InternetBanking #OnlineSBI #SBI pic.twitter.com/5SXHK20Dit

— State Bank of India (@TheOfficialSBI) September 14, 2021

इससे पहले SBI ने 4 सितंबर को अपने इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म जैसे योनो, योनो लाइट, योनो बिजनेस, IMPS और UPI में तकनीकी खराबी की सूचना दी थी। इस बीच बैंक ने कहा कि ग्राहकों को बेहतर अनुभव लेने के लिए 30 सितंबर से पहले अपने पैन को आधार से जोड़ना अनिवार्य है। यदि लिंक नहीं किया गया है, तो पैन निष्क्रिय हो जाएगा और लेनदेन नहीं हो पाएगा।

भारत, सिंगापुर ने UPI और Paynow को जोड़ने की परियोजना शुरू की

RBI ने कहा कि भारत और सिंगापुर अपनी फास्ट पेमेंट सिस्टम क्रमश: यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) और पेनाऊ को आपस में जोड़ेंगे ताकि यूजर्स तुरंत और कम लागत के साथ पैसों का ट्रांसफर कर सकें। रिजर्व बैंक और सिंगापुर मौद्रिक प्राधिकरण (एमएएस) ने तेज भुगतान प्रणालियों को जोड़ने के लिए परियोजना की घोषणा की है।

RBI ने कहा कि यह परियोजना भारत और सिंगापुर के बीच सीमा पार भुगतान के लिए बुनियादी ढांचे के विकास में एक अहम पड़ाव है, और यह जी-20 (विकासशील देशों का संगठन) की ज्यादा तेज, सस्ती और अधिक पारदर्शी सीमा पार भुगतानों को बढ़ावा देने संबंधी वित्तीय समावेशन प्राथमिकताओं के साथ करीब से जुड़ा हुआ है।

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