सऊदी अरैमको हो सकती है रिलायंस बोर्ड में शामिल, 15 अरब डॉलर का होना है सौदा
मुकेश अंबानी ने अगस्त 2019 में बताया था कि आयल टु केमिकल कारोबार में 20 फीसद हिस्सेदारी बेचने के लिए सऊदी अरैमको से बात चल रही है। मार्च 2020 तक इस सौदे के पूरा हो जाने की बात थी लेकिन किन्हीं कारणों से ऐसा नहीं हो पाया।
नई दिल्ली, पीटीआइ। 15 अरब डॉलर के सौदे से पहले रिलायंस के बोर्ड में सऊदी अरैमको के चेयरमैन यासिर अल रुमय्यां को शामिल किया जा सकता है। एचएसबीसी ग्लोबल रिसर्च की रिपोर्ट में यह कयास लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 24 जून को होने जा रही वार्षिक आमसभा के दौरान रिलायंस के बोर्ड में या नई गठित आयल टु केमिकल यूनिट के बोर्ड में अल रुमय्यां को शामिल करने का एलान हो सकता है। इस दौरान रिलायंस और सऊदी अरैमको के बीच सौदे पर भी कुछ महत्वपूर्ण घोषणा होने की उम्मीद है।
मुकेश अंबानी ने अगस्त, 2019 में बताया था कि आयल टु केमिकल कारोबार में 20 फीसद हिस्सेदारी बेचने के लिए सऊदी अरैमको से बात चल रही है। मार्च, 2020 तक इस सौदे के पूरा हो जाने की बात थी, लेकिन किन्हीं कारणों से ऐसा नहीं हो पाया। इस साल फिर बातचीत शुरू हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों कंपनियां सौदे के लिए नकद और शेयर डील पर चर्चा कर रही हैं।
रिलायंस और सऊदी अरामको दोनों ने कमेंट के लिए भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं दिया। पीआईएफ को भेजे गए ईमेल का भी कोई जवाब नहीं मिला। पीआईएफ पहले ही रिलायंस रिटेल और जियो में अल्पमत हिस्सेदारी ले चुका है।
अरबपति मुकेश अंबानी ने अगस्त 2019 में तेल-से-रसायन (O2C) व्यवसाय में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री के लिए बातचीत की घोषणा की थी, जिसमें गुजरात के जामनगर में इसकी दो तेल रिफाइनरी और दुनिया के सबसे बड़े तेल निर्यातक को पेट्रोकेमिकल संपत्तियां शामिल हैं। ये सौदा मार्च 2020 तक समाप्त होना था, लेकिन देरी की वजह क्या रही किसी भी कंपनी द्वारा खुलासा नहीं किया गया।