रिलायंस रिटेल ने इस परिधान ब्रांड कंपनी में 52% हिस्सेदारी खरीदी, जानिए इससे पहले किसे खरीदा
Reliance Retail news रिलायंस रिटेल वेंचर्स लि. ( RRVL ) ने फैशन डिजाइनर रितु कुमार की कंपनी रितिका प्राइवेट लि. में 52 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। इस सौदे की रकम का खुलासा नहीं किया गया है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। रिलायंस रिटेल वेंचर्स लि. (RRVL) ने फैशन डिजाइनर रितु कुमार की कंपनी रितिका प्राइवेट लि. में 52 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। इस सौदे की रकम का खुलासा नहीं किया गया है। संयुक्त बयान में कहा गया कि RRVL ने रितिका प्राइवेट लि. में बहुलांश हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है। इसमें कंपनी में एवरस्टोन की पूरी 35 प्रतिशत की हिस्सेदारी शामिल है।
रितु कुमार के कारोबार में 4 फैशन ब्रांड पोर्टफोलियो....लेबल रितु कुमार, द थर्ड रितु कुमार, आर्के और रितु कमार होम एंड लिविंग शामिल हैं। इससे पहले पिछले सप्ताह रिलायंस ब्रैंड्स लि. (आरबीएल) ने कहा था कि चर्चित फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा की एमएम स्टाइल्स प्राइवेट लि.में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी।
मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) रिलायंस इंडस्ट्रीज की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी है। आरआरवीएल ने कंपनी में 52% हिस्सेदारी हासिल कर ली है, इसमें एवरस्टोन की 35% हिस्सेदारी भी शामिल है। कंपनी के बयान के मुताबिक, रितु कुमार के पोर्टफोलियो रितु कुमार, लेबल रितु कुमार, आरआई रितु कुमार, आरके और रितु कुमार होम एंड लिविंग जैसे ब्रांड शामिल हैं। इनके दुनिया भर में 151 रिटेल आउटलेट्स हैं। हालांकि रितु कुमार का डिजाइन स्टाइल उनके प्रत्येक ब्रांड में झलकता है पर उनका हर ब्रांड अपनी अलग पहचान के लिए जाना जाता है। भारतीयता से सराबोर रितु कुमार ने ब्रांड ने अपने ‘क्लासिकल स्टाइल’ से ग्राहकों का ध्यान खींचा है।
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड की निदेशक ईशा अंबानी ने कहा, " हम रितु कुमार के साथ साझेदारी करके प्रसन्न हैं। उनके पास मजबूत ब्रांड, बेहतरीन विकास क्षमता तथा फैशन एंव रिटेल क्षेत्र में कई इनोवेशन है, ये सभी तत्व एक संपूर्ण जीवन शैली ब्रांड बनाने के लिए पर्याप्त हैं। हम साथ मिलकर भारत और दुनिया भर में अपने मूल वस्त्र और शिल्प के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म और ग्राहक इकोसिस्टम बनाना चाहते हैं ताकि अंतरराष्ट्रीय वस्त्र बाजार में हमारे शिल्प को वह सम्मान और पहचान मिले सके जिसके वे हकदार हैं।”
कंपनी के मुताबिक इस साझेदारी का उद्देश्य इनोवेशन के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय वस्त्र उद्योग में भारत की उभरती भूमिका को रेखांकित करना है। सदियों पुराने डिजाइनों, रूपांकनों और पैटर्नों की पुनर्व्याख्या करना इसका लक्ष्य है।