Reliance की AGM में हुए थे ये खास ऐलान, मार्च तक Debt Free कंपनी बनाने की थी बात
Reliance industries Ltd की सालाना बैठक (Annual general meeting 2021) कुछ देर में शुरू होगी। Covid mahamari से पहले जब यह बैठक होती थी तो इसे लेकर काफी हलचल रहती थी। इस बार भी यह बैठक Virtual मीडियम से होगी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Reliance industries Ltd की सालाना बैठक (Annual general meeting 2021) कुछ देर में शुरू होगी। Covid mahamari से पहले जब यह बैठक होती थी तो इसे लेकर काफी हलचल रहती थी। इस बार भी यह बैठक Virtual मीडियम से होगी। बैठक को कंपनी के चेयरमेन मुकेश अंबानी संबोधित करेंगे। बैठक में 5g तकनीक, Reliance Jio की नई योजना और Saudi aramco के साथ डील को लेकर ऐलान हो सकते हैं। बैठक से पहले शेयर बाजार में Reliance Share price 31 रुपए गिरका 2,173 रुपए पर था।
2020 AGM की खास बातें
मुकेश अंबानी ने बीते साल 43वीं AGM में कहा था कि BP ने Jio-bp के एक नए ब्रांड के तहत हमारे मौजूदा फ्यूल रिटेलिंग व्यवसाय में निवेश किया है। Jio-bp भारतीय उपभोक्ताओं को आधुनिक समय के बेहतर समाधान प्रदान करेगी।
KG-D6 बेसिन को लेकर कहा था कि भारत को प्राकृतिक गैस प्रदान करने के लिए साल के अंत तक फिर से शुरू किया जा सकता है, जो कि सबसे स्वच्छ जीवाश्म ईंधनों में से एक है।
रिलायंस के चेयरमैन ने कहा था कि तय डेडलाइन में Aramco के साथ सौदा आगे नहीं बढ़ा। हम अपने प्रस्ताव के साथ NCLT जाएंगे ताकि हमारे ऑयल टू केमिकल बिजनेस को एक अलग सहयोगी कंपनी बनाया जा सके।
2019 की AGM की खास बातें
इस सालाना बैठक में मुकेश अंबानी ने मार्च, 2021 तक कर्ज मुक्त होने के लिए आरआईएल के टेक्नोलॉजी वेंचर और ऑयल टू केमिकल बिजनेस की हिस्सेदारी बेचने की अपनी योजना का ऐलान किया था।
कैसे रहे थे तिमाही नतीजे
RIL का रेवेन्यू बीते कारोबारी साल की तीसरी तिमाही में गिरकर 1.28 लाख करोड़ पर पहुंच गया था, जो एक साल पहले 1.57 लाख करोड़ पर था। रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल कारोबार का रेवेन्यू गिरकर 83,838 करोड़ रुपये रहा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का तीसरी तिमाही में कंसो और स्टैंडअलोन EBITDA सालाना आधार पर 5 फीसदी और 33 फीसदी कमजोर हुआ है। Jio का EBITDA में उम्मीद के अनुरूप सालाना आधार पर 45 फीसदी ग्रोथ रही है. जियो का रेवेन्यू ग्रोथ तिमाही आधार पर 6 फीसदी ही ज्यादा रहा है। रिलायंस जियो के Arpu में 4 फीसदी ही ग्रोथ रही जो उम्मीद से कमजोर है। रिटेल बिजनेस का रेवेन्यू 9 फीसदी कमजोर हुआ है।