कोरोना संकट के चलते निर्धारित समयसीमा में आगे नहीं बढ़ पायी Saudi Aramco के साथ Reliance की डील

Saudi Aramco के साथ सौदा कोविड-19 संकट व एनर्जी मार्केट में अप्रत्याशित परिस्थिति के कारण अपने समय पर आगे नहीं बढ़ पाया है।

By Pawan JayaswalEdited By: Publish:Wed, 15 Jul 2020 03:50 PM (IST) Updated:Wed, 15 Jul 2020 08:01 PM (IST)
कोरोना संकट के चलते निर्धारित समयसीमा में आगे नहीं बढ़ पायी Saudi Aramco के साथ Reliance की डील
कोरोना संकट के चलते निर्धारित समयसीमा में आगे नहीं बढ़ पायी Saudi Aramco के साथ Reliance की डील

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। सऊदी अरब की दिग्गज तेल कंपनी सऊदी अरामको व रिलायंस के बीच प्रस्तावित सौदा निर्धारित समयसीमा में आगे नहीं बढ़ पाया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने बुधवार को आरआईएल की 43वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में यह बात कही है। अंबानी ने कहा कि कोरोना वायरस प्रकोप व एनर्जी मार्केट में अभूतपूर्व परिस्थितियों के चलते अरामको के साथ सौदा तय समयसीमा में आगे नहीं बढ़ पाया।

Deal with Saudi Aramco hasn’t progressed per original timeline due to unforeseen situation in energy market & COVID-19 situation. We value our two-decade relationship with Aramco and are committed to longterm partnership: Mukesh Ambani at #RILAGM #NayeIndiaKaNayaJosh — Flame of Truth (@flameoftruth) July 15, 2020

मुकेश अंबानी ने आरआइएल की पहली वर्चुअल एजीएम में कहा, 'सऊदी अरामको के साथ सौदा कोविड-19 संकट व एनर्जी मार्केट में अप्रत्याशित परिस्थिति के कारण अपने समय पर आगे नहीं बढ़ पाया है। हम अरामको के साथ हमारे दो दशक के रिश्ते को महत्व देते हैं और दीर्घकालिक साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं।'

We have approached NCLT with our proposal to spin off our O2C business into a separate subsidiary to facilitate multiple partnership opportunities. We expect to complete this process by early 2021: Mukesh Ambani at #RILAGM #NayeIndiaKaNayaJosh

— Flame of Truth (@flameoftruth) July 15, 2020

मुकेश अंबानी ने आगे कहा, 'हम अपने प्रस्‍ताव के साथ NCLT गए हैं, ताकि हमारे ऑयल टू केमिकल बिजनेस (O2C business) को एक अलग सहयोगी कंपनी बनाया जा सके। इससे साझेदारी के कई मौके मिलेंगे। हमें आशा है कि यह प्रक्रिया साल 2021 के प्रारंभ में पूरी हो जाएगी।

हालांकि, रिलायंस के चेयरमैन ने इस डील की नई समयसीमा के बारे में नहीं बताया है। यहां बता दें कि इस डील के तहत RIL का 20 फीसद हिस्सा 15 अरब डॉलर में खरीदा जाना था। ये डील O2C बिजनेस के लिए गेम चेंजर साबित होने की बात कही जा रही थी।

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