RBI ने की Loan Moratorium की घोषणा, वैक्सीन निर्माता और अस्पतालों को मिलेगा कर्ज

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट पर 50000 करोड़ रुपये के ऑन-टैप लिक्विडिटी का विंडो 31 मार्च 2020 तक खुला रहेगा। इस स्कीम के तहत बैंक वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों मेडिकल फैसिलिटीज अस्पतालों और मरीजों को लिक्विडिटी उपलब्ध करा सकते हैं।

By Ankit KumarEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 09:36 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 06:44 AM (IST)
RBI ने की Loan Moratorium की घोषणा, वैक्सीन निर्माता और अस्पतालों को मिलेगा कर्ज
आरबीआई गवर्नर ने कोविड की दूसरी लहर को देखते हुए कई उपायों की घोषणा की।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को ऐलान किया कि रेपो रेट पर 50,000 करोड़ रुपये के ऑन-टैप लिक्विडिटी का विंडो 31 मार्च, 2020 तक खुला रहेगा। इस स्कीम के तहत बैंक वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों, मेडिकल फैसिलिटीज, अस्पतालों और मरीजों को लिक्विडिटी उपलब्ध करा सकते हैं। इससे पहले उन्होंने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रसार को देखते हुए व्यापक और त्वरित कदम उठाए जाने की जरूरत है।

आरबीआई के गवर्नर के संबोधन की बड़ी बातेंः कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में विभिन्न सेक्टर्स को राहत उपलब्ध कराने के लिए आरबीआई ने रिजोल्यूशन फ्रेमवर्क 2.0 का ऐलान किया। इसके तहत 25 करोड़ रुपये तक का लोन लेने वाले लोग या छोटे कारोबारी लोन रिस्ट्रक्चरिंग की फैसिलिटी का लाभ उठा सकते हैं। हालांकि, इसके लिए जरूरी है कि उन्होंने पहले इस स्कीम का लाभ नहीं लिया हो। अगर उन्होंने पहले इस स्कीम का लाभ लिया है तो RBI ने बैंक और लेंडिंग इंस्टीच्युशन्स को प्लान में संशोधन करने और मोरेटोरियम की अवधि बढ़ाने की अनुमति दे दी। शक्तिकांत दास ने कहा कि रिजर्व बैंक कोविड-19 से जुड़ी उभरती परिस्थितियों पर अपनी नजर बनाए रखेगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक दूसरी लहर से प्रभावित देश के नागरिकों, बिजनेस इकाइयों और संस्थाओं के लिए यथासंभव कदम उठाना जारी रखेगा। COVID के कारण कारोबारी गतिविधियां ठप- सी पड़ गई हैं। कारोबारी इस वातावरण में कैसे अपने कारोबार को आगे बढ़ाएं इस पर गौर कर रहे हैं। नए तरीके सीख रहे हैंः शक्तिकांत दास जनवरी से मार्च के बीच Consumption बढ़ा है। साथ ही बिजली की खपत में भी तेजी आई है। Indian railways के माल भाड़े में बढ़ोतरी हुई हैः आरबीआई गवर्नर PMI अप्रैल में 55.5 पर पहुंच गया जो मार्च से बढ़ा है। CPI बढ़ा है, जो मार्च में 5.5 फीसद हो गया। फरवरी में यह कम थाः शक्तिकांत दास  आरबीआई गवर्नर ने कहा, ''दाल-दलहन, तिलहन और दूसरे जरूरी सामान के रेट में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। ऐसा Covid के कारण सप्‍लाई चेन की सीरीज टूटने से हुआ है।'' उन्होंने कहा, ''भारत का एक्‍सपोर्ट मार्च में काफी बढ़ा है। भारत सरकार के आंकड़ों की मानें तो अप्रैल में यह तेजी से बढ़ा है।'' दास ने कहा कि बाजार से सरकारी सिक्‍योरिटी को काफी अच्‍छा रिस्‍पॉन्स मिला है। RBI इस Tempo को आगे भी बढ़ाने की सोच रहा है, ताकि मुनाफे को भुनाया जा सके। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मानसून की स्थिति अच्‍छी रहने वाली है। IMD की मानें तो मानसून ग्रामीणों और शहरों की जरूरतों को पूरा करने में सफल रहेगा. इससे महंगाई की दर में कमी आएगी।

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