भारत निवेश के लिए दुनिया की सबसे खुली अर्थव्यवस्था : मोदी
अगले दस सालों में बिजनेस के अहम क्षेत्र तय होंगे जिसमें आगे बढ़ने के लिए इंट्रा-ब्रिक्स का ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा।
ब्राजील, पीटीआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत निवेश के लिए दुनिया की सबसे खुली और सबसे 'फ्रेंडली इकोनॉमी' है। उन्होंने ब्रिक्स में व्यापार जगत के लोगों से भारत में निवेश करने का आग्रह किया। साथ ही देश की असीमित संभावनाओं और अनगिनत अवसरों का लाभ लेने को कहा। प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत,चीन और दक्षिण अफ्रीका) बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि वैश्विक मंदी के बावजूद पांच देशों के इस संगठन ने खासा आर्थिक विकास किया है। उन्होंने कहा कि भारत राजनीतिक स्थिरता, पारदर्शी नीतियों और कारोबार के लिए फायदेमंद सुधारों के चलते भारत पूरे विश्व में निवेश के लिए सबसे खुली और मित्रवत अर्थव्यवस्था है। वर्ष 2024 तक हम भारत को पांच खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना चाहते हैं। इसके लिए सिर्फ आधारभूत ढांचे में ही 1.5 खरब डॉलर के निवेश की आवश्यकता होगी। भारत की अनंत संभावनाओं और असीमित अवसरों का हवाला देते हुए उन्होंने ब्रिक्स में आए व्यापार जगत के दिग्गजों से इसका लाभ लेने की अपील की।
उन्होंने कहा, 'मैं ब्रिक्स देशों के कारोबारियों को न्योता देता हूं कि वह भारत में आएं और यहां फले-फूलें।' मोदी ने कहा कि ब्रिक्स देशों का कारोबार विश्व की अर्थव्यवस्थाओं का 50 फीसद है। विश्व में मंदी का दौर होने के बावजूद ब्रिक्स देशों की अर्थव्यवस्थाओं की विकास दर बढ़ी है। करोड़ों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है और तकनीक व शोध के क्षेत्र में नई बुलंदियां छू ली हैं। ब्रिक्स की स्थापना के दस साल बाद यह फोरम भविष्य में हमारे प्रयासों की दिशा तय करने के लिए अच्छा है। ब्रिक्स देशों के बीच कारोबार को सरल बनाने से आपसी व्यापार और निवेश बढ़ेगा। इन पांचों देशों के बीच कर और सीमा शुल्क की प्रक्रिया को आसान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले दस सालों में बिजनेस के अहम क्षेत्र तय होंगे जिसमें आगे बढ़ने के लिए इंट्रा-ब्रिक्स का ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा।
ब्रिक्स देश साझा भुगतान प्रणाली पर सहमत : रूसप्रमुख उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं के संगठन ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) ने एक साझा भुगतान प्रणाली विकसित करने का फैसला किया है। ब्रिक्स में रूस और उसके अन्य सदस्य देश अमेरिकी डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने के उपाय करने की सोच रहे हैं। इसलिए इन पांचों देशों ने अपने देश की मुद्राओं को ही आपसी कारोबार में इस्तेमाल करने की वकालत कर रहे हैं। रूस के प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआइएफ) के प्रमुख किरिल दिमित्रेव ने कहा कि वैश्विक भुगतान के आधारभूत ढांचे में बाजार से इतर बढ़ रहे खतरे को बढ़ते देख इस संगठन के सदस्य देशों ने राष्ट्रीय भुगतान प्रणाली को आपस में जोड़ने की पैरवी की है। ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल के सदस्य दिमित्रेव ने कहा कि प्रभावशाली ब्रिक्स पेमेंट सिस्टम से राष्ट्रीय मुद्राओं में भुगतान करने को बढ़ावा मिलेगा। इससे सदस्य देशों के बीच भुगतान सरल और सतत होगा।
पुतिन और चिनफिंग से मिले मोदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से अलग-अलग द्विपक्षीय वार्ता की। महाबलीपुरम में अनौपचारिक द्विपक्षीय वार्ता के एक महीने के बाद ही मोदी और चिनफिंग ने व्यापार और निवेश के मुद्दे पर सतत बातचीत के महत्व पर सहमति जताई। मोदी ने मुलाकात के बाद ट्वीट किया, 'द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इससे भारत और चीन के रिश्तों को नई ताकत मिलेगी।' वार्ता के दौरान चिनफिंग ने महाबलीपुरम में सम्मेलन में उनकी मेजबानी की खुले दिल से प्रशंसा की। उन्होंने मोदी को चीन में वर्ष 2020 में होने वाले तीसरे अनौपचारिक सम्मेलन के लिए न्योता दिया। दिन और स्थान कूटनीतिक जरिए से बाद में तय होंगे।
रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को अगले साल मई में विजय दिवस पर रूस आने का न्योता दिया। दोनों नेताओं ने कहा कि वर्ष 2025 तक 25 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार का लक्ष्य पहले ही हासिल हो चुका है। दोनों नेताओं ने प्रांतीय स्तर पर अगले साल पहले द्विपक्षीय फोरम की शुरुआत का निर्णय लिया। ब्राजील के राष्ट्रपति होंगे गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथिब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने अगले साल भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति को उनके सरकार के फैसले पर धन्यवाद दिया। ब्राजील सरकार ने भारतीयों को अपने देश में वीजा मुक्त प्रवेश देने पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि पांचों देशों को साझा सामाजिक सुरक्षा समझौते पर विचार करना चाहिए। सम्मेलन के इतर पीएम मोदी की ब्राजील के राष्ट्रपति से मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने को लेकर बातचीत हुई।