गोयल ने उद्योगपतियों से स्टार्टअप्स की मदद के लिए आगे आने का किया आह्वान, विशेष फंड बनाने का दिया सुझाव
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने देश के उद्योगपतियों से स्टार्टअप्स की मदद के लिए आगे आने को कहा है। केंद्रीय मंत्री का कहना है कि शुरुआती मदद से नए उद्यमियों को वह फायदा मिलेगा जिसकी उन्हें सख्त जरूरत है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने देश के उद्योगपतियों से स्टार्टअप्स की मदद के लिए आगे आने को कहा है। केंद्रीय मंत्री का कहना है कि शुरुआती मदद से नए उद्यमियों को वह फायदा मिलेगा, जिसकी उन्हें सख्त जरूरत है। इस दिशा में बड़े उद्योगपति अपनी संपत्ति का एक भाग नए बिजनेस पर लगाने के लिए अलग रख सकते हैं। एक वेबिनार को संबोधित करते हुए गोयल ने सुझाव दिया कि विभिन्न बड़े उद्यमी समूह बनाकर स्टार्टअप्स की मदद के लिए आगे आ सकते हैं। इसके लिए शुरुआती तौर पर 10,000 करोड़ रुपये का फंड बनाया जा सकता है।
नए उद्यमियों को अपने से अनुभवी लोगों से मदद की दरकार है। स्टार्टअप्स में उतरे उद्यमियों की परेशानियों का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनके सामने शुरुआती फंडिंग की कमी सबसे बड़ा अवरोध है, जिसे दूर करने की आवश्यकता है। बड़े उद्यमियों से इसका समाधान तलाशने की बात कहते हुए गोयल ने कहा कि वे लोग मिलकर एक फंड का निर्माण कर सकते हैं, जिसके जरिये मदद करना आसान हो जाएगा।
इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं रहेगा। स्टार्टअप्स के सहयोग से देश को टेक्नोलॉजी संचालित बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना संभव होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय उद्यमियों के बीच गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और इंटेल जैसी बड़ी कंपनियां बनाने की क्षमता है। यहां चिप टेक्नोलॉजी, डिजाइन, अर्बन मोबिलिटी, साइबर सिक्योरिटी और ड्रोन जैसे कई क्षेत्रों में बड़ी संभावनाएं हैं।
उल्लेखनीय है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए विभिन्न तरह के प्रयास कर रही है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में स्टार्टअप कंपनियों का योगदान सबसे महत्वपूर्ण रहने वाला है।