राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना में खर्च होंगे 100 लाख करोड़ से अधिक रुपये, 7,000 प्रोजेक्ट्स की हुई पहचान: PM
Independence day 2020 भारत को आधुनिकता की तरफ तेज गति से ले जाने के लिए देश के समग्र बुनियादी ढाँचे के विकास को एक नई दिशा देने की जरूरत है। PC ANI
नई दिल्ली, एएनआई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत को आधुनिकता की ओर तीव्र गति से आगे बढ़ाने के लिए समग्र बुनियादी ढाँचे के विकास को एक नई दिशा देने की आवश्यकता है और राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगी। 74 वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना पर 100 लाख करोड़ से अधिक राशि खर्च करेगा। इसके लिए विभिन्न सेक्टर्स के करीब 7 हजार प्रोजेक्ट्स की पहचान की जा चुकी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत को आधुनिकता की तरफ, तेज गति से ले जाने के लिए, देश के समग्र बुनियादी ढाँचे के विकास को एक नई दिशा देने की जरूरत है। ये जरूरत पूरी होगी राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना से। इस पर देश 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अलग-अलग सेक्टर्स के लगभग 7 हजार प्रोजेक्ट्स की पहचान की जा चुकी है। ये एक तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर में एक नई क्रांति की तरह होगा।'
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा, 'बुनियादी ढांचे के विकास में सिलोस को खत्म करने का समय आ गया है। पूरे देश को मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़ने की एक बहुत बड़ी योजना तैयार की गई है।' साथ ही प्रधानमंत्री ने स्वर्णिम चतुर्भुज के माध्यम से सड़क नेटवर्क के विस्तार की दिशा में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को भी याद किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड की भी बात की। उन्होंने कहा कि देश के किसानों को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर देने के लिए कुछ दिन पहले ही एक लाख करोड़ रुपए का एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड बनाया गया है। साथ ही पीएम ने कहा कि वोकल फॉर लोकल, री-स्किल और अप-स्किल का अभियान, गरीबी की रेखा के नीचे रहने वालों के जीवनस्तर में आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था का संचार करेगा।