कॉमर्स मिनिस्ट्री ने की COVID-19 हेल्पडेस्क की शुरुआत; निर्यात, आयात से जुड़े मुद्दों को सुलझाने में मिलेगी मदद

वाणिज्य मंत्रालय ने कोविड-19 की वजह से उत्पन्न परिस्थितियों में निर्यातकों और आयातकों को पेश आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए एक हेल्पडेस्क की शुरुआत की है। इस कोविड-19 हेल्पडेस्क के जरिए कस्टम क्लियरेंस में देरी और बैंकिंग से संबंधित समस्याओं को दूर किया जाएगा।

By Ankit KumarEdited By: Publish:Mon, 26 Apr 2021 05:02 PM (IST) Updated:Tue, 27 Apr 2021 04:24 PM (IST)
कॉमर्स मिनिस्ट्री ने की COVID-19 हेल्पडेस्क की शुरुआत; निर्यात, आयात से जुड़े मुद्दों को सुलझाने में मिलेगी मदद
टिकट जेनरेट होने के बाद किसी भी तरह के अपडेट की सूचना ईमेल या मैसेज के जरिए दी जाएगी।

नई दिल्ली, पीटीआइ। वाणिज्य मंत्रालय ने कोविड-19 की वजह से उत्पन्न परिस्थितियों में निर्यातकों और आयातकों को पेश आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए एक हेल्पडेस्क की शुरुआत की है। इस कोविड-19 हेल्पडेस्क के जरिए कस्टम क्लियरेंस में देरी और बैंकिंग से संबंधित समस्याओं को दूर किया जाएगा। इससे अंतरारष्ट्रीय कारोबार से जुड़ी परेशानियों को सुलझाने में मदद मिलेगी। वाणिज्य मंत्रालय के तहत काम करने वाले डायरेक्टरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने एक्सपोर्टर्स (निर्यातकों) और इम्पोर्टर्स (आयातकों) की स्थिति पर गौर करने व कोविड-19 की मौजूदा स्थिति को देखते हुए हितधारकों द्वारा पेश की जा रही दिक्कतों को देखते हुए यह कदम उठाया है।  

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मंत्रालय ने कहा है, ''DGFT ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार को लेकर पैदा हो रहे मुद्दों के उचित समाधान और मदद उपलब्ध कराने के लिए 'COVID-19 Helpdesk' की शुरुआत की है।''

कॉमर्स मिनिस्ट्री ने कहा है कि यह हेल्पडेस्क निर्यात या आयात से संबंधित लाइसेंसिंग, कस्टम क्लियरेंस में होने वाली देरी और उस वजह से पैदा होने वाली जटिलताओं, इम्पोर्ट/ एक्सपोर्ट डॉक्टुमेंटेसन और बैंकिंग से जुड़े मामलों को देखेगा। 

मंत्रालय ने कहा है कि यह हेल्पडेस्क केंद्र और राज्य सरकारों के अन्य मंत्रालयों/ विभागों/ एजेंसिों से संबंधित व्यापार से जुड़े मुद्दों को भी कॉलेक्ट करेगा और संबद्ध विभाग से संपर्क करके संभव समाधान उपलब्ध कराएगा। 

मंत्रालय ने कहा है, ''DGFT Helpdesk Services के अंतर्गत Status Tracker के जरिए इस बात को ट्रैक किया जा सकता है कि आपके द्वारा दर्ज करायी गई शिकायत का कोई समाधान निकला है या नहीं। साथ ही किसी तरह के अन्य फीडबैक की भी जानकारी मिलेगी। टिकट जेनरेट करने के बाद अगर किसी तरह का अपडेट होता है तो ईमेल और SMS के जरिए इस बाबत सूचित किया जाता है।''

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