Mahindra देगी कोरोना से जान गंवाने वाले अपने अपने कर्मचारियों के आश्रितों को वित्तीय मदद

महिंद्रा ग्रुप के एमडी व सीईओ अनीश शाह ने कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा है कि ऐसे कर्मचारियों के आश्रितों को एकमुश्त एक वर्ष के कुल वेतन की दोगुना राशि मुहैया कराई जाएगी। इसके साथ ही ऐसे कर्मचारियों के आश्रितों को पांच वर्षो तक मासिक वेतन जारी रखा जाएगा।

By Pawan JayaswalEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 07:38 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 08:05 PM (IST)
Mahindra देगी कोरोना से जान गंवाने वाले अपने अपने कर्मचारियों के आश्रितों को वित्तीय मदद
Mahindra Ltd ( P C : Pixabay )

नई दिल्ली, पीटीआइ। घरेलू ऑटो कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कोरोना से जान गंवाने वाले अपने कर्मचारियों के आश्रितों को वित्तीय मदद देने की घोषणा की है। महिंद्रा ग्रुप के एमडी व सीईओ अनीश शाह ने कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा है कि ऐसे कर्मचारियों के आश्रितों को एकमुश्त एक वर्ष के कुल वेतन की दोगुना राशि तत्काल मुहैया कराई जाएगी। इसके साथ ही ऐसे कर्मचारियों के आश्रितों को पांच वर्षो तक मासिक वेतन जारी रखा जाएगा। ऐसे कर्मचारियों के संतानों की शिक्षा के प्रति प्रति संतान अधिकतम सालाना दो लाख रुपये तक की राशि मुहैया कराई जाएगी।

इस कार्यक्रम को महिंद्रा ने 'फैमिली असिस्टेंस पॉलिसी' का नाम दिया है। शाह ने महिंद्रा एंड महिंद्रा के करीब 25,000 कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा है कि हमारे जिन कर्मचारियों की कोरोना की वजह से मृत्यु हो गई है, उनके आश्रितों के दर्द बांटना और बोझ हल्का करना हमारा कर्तव्य है। हमउन्हें यह बताना चाहते हैं कि दुख की घड़ी में वे अकेले नहीं हैं।

इस बीच, बजाज ग्रुप के वित्तीय कारोबार की होल्डिंग कंपनी बजाज फिनसर्व ने भी कोरोना के चलते दिवंगत हुए अपने कर्मचारियों के लिए सोमवार को इसी तर्ज पर एक सहायता कार्यक्रम घोषित किया है। यह योजना बजाज फिनसर्व की सभी कंपनियों बजाज फाइनेंस, बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस, बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस, बजाज हाउसिंग फाइनेंस, बजाज फिनसर्व हेल्थ, बजाज फाइनेंशियल सिक्युरिटीज, बजाज फिनसर्व मार्केट्स तथा बजाज होल्डिंग्स एंड इन्वेस्टमेंट के सभी कर्मचारियों को मिलेगी।

'टुगेदर एज वन' नामक इस योजना को पिछले वर्ष पहली अप्रैल से लागू माना जाएगा। कंपनी मृत कर्मचारियों के आश्रितों को डेढ़ से तीन गुना तक वेतन की रकम और दो बच्चों के लिए स्नातक स्तर तक सालाना अधिकतम दो लाख रुपये शिक्षा खर्च देगी। कंपनी वरिष्ठ कर्मचारियों के आश्रितों को एक करोड़ रुपये की निश्चित रकम देगी।

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