Adani Group के शेयरों और Bitcoin के हालिया प्रदर्शन में छिपे हैं निवेश के सूत्र
इस सप्ताह 14 जून को एक खबर आई कि नेशनल स्टॉक डिपॉजिटरी लिमिटेड यानी एनएसडीएल ने तीन एफपीआइ के अकाउंट को फ्रीज कर दिया है। इन निवेशकों ने अदाणी ग्रुप की कंपनियों में बड़े पैमाने पर निवेश किया हुआ था।
नई दिल्ली, धीरेंद्र कुमार। जब हमें अपने निवेश की गुणवत्ता और उसकी संभावनाओं का पता नहीं होता है, तो एक निवेशक के तौर पर हम वैसी ही प्रतिक्रिया देते हैं जैसी पिछले दिनों अदाणी के शेयरों और बिटकॉइन में दिखी है। सफल निवेशक कभी भी एक दिन की खबर पर प्रतिक्रया नहीं देते हैं। वे वर्षों की रणनीति पर काम करते हैं।
इस सप्ताह 14 जून को एक खबर आई कि नेशनल स्टॉक डिपॉजिटरी लिमिटेड यानी एनएसडीएल ने तीन एफपीआइ के अकाउंट को फ्रीज कर दिया है। इन निवेशकों ने अदाणी ग्रुप की कंपनियों में बड़े पैमाने पर निवेश किया हुआ था। इस खबर के बाद अदाणी की कई कंपनियों के स्टॉक्स तेजी से गिरने लगे। हालांकि, कंपनियों ने इससे इन्कार किया। फिर भी गिरावट नहीं थमी।
एक दिन बाद एनएसडीएल ने भी इस घटना से इन्कार किया। इसके बाद भी स्टॉक्स में तेज गिरावट जारी रही। स्टॉक ट्रेडर्स की सोच को नहीं समझ पाने वाला इन घटनाओं से असमंजस में पड़ जाएगा। अगर किसी खबर से स्टॉक्स तेजी से गिरता है, तो खबर को गलत बताए जाने पर उसे चढ़ना भी चाहिए। न सिर्फ एक तार्किक निवेशक बल्कि अदाणी के निवेशक इसी तरह से सोच रहे होंगे।
हालांकि, अदाणी ग्रुप के स्टॉक्स ने पिछले एक साल में 150 से 1,000 फीसद के बीच बढ़त दर्ज की है। बहुत से लोग बड़े रिटर्न लेकर बैठे थे और एफपीआइ के अकाउंट फ्रीज होने की खबर आई तो इन लोगों ने बाहर निकलने का फैसला कर लिया। ऐसा काफी तेजी से हुआ, क्योंकि यहां पर भगदड़ मच गई और भगदड़ को रोकना आसान नहीं होता।
यहां एक और दिलचस्प मामला है। 13 मई को टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने ट्वीट किया कि टेस्ला अब अपनी कार के लिए बिटकॉइन को पेमेंट के तौर पर स्वीकार नहीं करेगी, क्योंकि बिटकॉइन से पर्यावरण पर सीधा असर पड़ता है। इस ट्वीट के बाद बिटकॉइन की कीमत में तेजी से गिरावट आई। इसके बाद 14 जून को मस्क ने ट्वीट किया कि जब बिटकॉइन ऊर्जा की खपत कम करने लगेगा तो टेस्ला इसे फिर से स्वीकार करना शुरू कर देगी। फिर बिटकॉइन की कीमतों में बड़ा उछाल आया।
यहां दिलचस्प बात यह है कि दोनों बयानों में कोई विरोधाभास नहीं था। लेकिन इन बयानों का असर ठीक उलटा हुआ। ऐसा क्यों हुआ, इसका जवाब बहुत साफ है। जिन निवेशकों को अपने निवेश की गुणवत्ता का पता नहीं, उन्होंने यह निवेश क्यों खरीदा है यह पता नहीं, यह निवेश किस काम का है यह पता नहीं, वे दिन की किसी भी खबर पर बेहद असंगत प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
हालांकि, उनके नजरिये से जो वे कर रहे हैं वह असंगत नहीं है। उनको यह पता नहीं है कि उनके निवेश की वास्तविक कीमत क्या है और भविष्य में इस निवेश की कीमत क्या होगी। ऐसे में उनके नजरिये से इस तरह से व्यवहार करना पूरी तरह से तार्किक है। निश्चित तौर पर हर व्यक्ति सब कुछ नहीं जान सकता। लेकिन कंपनियों की वास्तविकता के आधार पर जानकारी और इंवेस्टमेंट आइडिया और प्रक्रियाओं के स्रोत के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
अगर निवेशकों ने यह किया होता तो उनको पता होता कि अदाणी स्टॉक या किसी और चीज की वास्तविक कीमत क्या है। ऐसे में वे एक खबर या एलन मस्क के ट्वीट को लेकर चिंतित नहीं होते और ऐसी खबरों पर ध्यान ही नहीं देते। वास्तव में मैंने हमेशा यह देखा है कि ज्यादातर निवेशकों की समस्या उन बातों से पैदा होती है, जो उन्होंने महीनों और सालों से की है या नहीं की है। इसी तरह से इन समस्याओं को हल करने का सही तरीका ऐसे कदम उठाना है, जो महीनों और सालों के लिहाज से सही हों।
(लेखक वैल्यू रिसर्च ऑनलाइन डॉट कॉम के सीईओ हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)