महंगाई आई 3 महीने के निचले स्तर पर, 6 फीसद से नीचे रिकॉर्ड हुई दर
महंगाई की मार जुलाई में कम पड़ी। दो महीने तक मुंह बाए महंगाई यानि मुद्रास्फीति की दर 6 फीसद से नीचे आ गई। यह आंकड़ा RBI के चेहरे खिलाने वाला है क्योंकि उसने महंगाई को लेकर ही आगाह किया था।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। महंगाई की मार जुलाई में कम पड़ी। दो महीने तक मुंह बाए महंगाई यानि मुद्रास्फीति की दर 6 फीसद से नीचे आ गई। यह आंकड़ा RBI के चेहरे खिलाने वाला है क्योंकि उसने महंगाई को लेकर ही आगाह किया था। गुरुवार को जारी आंकड़ों में Consumer Price Index आधारित Inflation Rate घटकर 5.59 फीसद पर आ गया, जो जून में 6.26 फीसद था। इसमें सबसे अहम Food Inflation rate जून के 5.15 फीसद से घटकर 3.96 फीसद रह गया।
महंगाई दर 5.7 फीसद रहने का अनुमान
RBI ने अपनी पिछली monetary policy में 2021-22 के लिए महंगाई दर 5.7 फीसद रहने का अनुमान जताया है। इसमें दूसरी तिमाही में 5.9 फीसद, तीसरी में 5.3 फीसद और चौथी तिमाही में 5.8 फीसद रहने का अनुमान जताया है।
सरकार आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये हर जरूरी कदम उठाएगी
इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उद्योग जगत को आश्वस्त किया कि सरकार आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये हर जरूरी कदम उठाने को तैयार है।
अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेत
सीतारमण ने उद्योग मंडल सीआईआई की सालाना बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिये लगायी गयी पाबंदियों को हटाये जाने के बाद से अर्थव्यवस्था में तेजी के संकेत हैं।
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में 37 प्रतिशत की वृद्धि
उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अब तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में 37 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं विदेशी मुद्रा भंडार जुलाई में बढ़कर 620 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
सरकार ने सुधारों को आगे बढ़ाया
वित्त मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार सुधारों को लेकर प्रतिबद्ध है। यहां तक कि महामारी के दौरान भी सरकार ने सुधारों को आगे बढ़ाया गया। पिछले साल केंद्र ने कृषि कानूनों और श्रम सुधारों को आगे बढ़ाया। उन्होंने उद्योग जगत को आगे आने और अर्थव्यवस्था में निवेश बढ़ाने का आह्वान किया।
(एजेंसी इनपुट के साथ )