कोरोना-पूर्व स्तर से आगे निकली इकोनॉमी, 22 में 19 आर्थिक गतिविधियों में दिखी बढ़ोतरी

मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक इस वर्ष अक्टूबर में 22 क्षेत्रों में से स्टील खपत घरेलू आटो बिक्री और हवाई यात्रियों की संख्या अक्टूबर 2019 के मुकाबले कम रही। हालांकि अक्टूबर में स्टील की खपत अक्टूबर 2019 के 99 प्रतिशत के बराबर हो चुकी थी।

By Manish MishraEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 08:22 AM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 08:22 AM (IST)
कोरोना-पूर्व स्तर से आगे निकली इकोनॉमी, 22 में 19 आर्थिक गतिविधियों में दिखी बढ़ोतरी
Indian economy surpassed pre Corona level 19 out of 22 economic activity showed an increase (PC: pixabay)

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। इकोनॉमी कोरोना-पूर्व के स्तर से आगे निकल चुकी है। आर्थिक गतिविधियों से जुड़े 22 क्षेत्रों में से 19 के प्रदर्शन पिछले तीन महीने सितंबर-अक्टूबर-नवंबर के दौरान कोरोना पूर्व स्तर से काफी बेहतर हो गए। हाई फ्रिक्वेंसी इंडिकेटर्स (HFI) के प्रदर्शन के अनुसार 22 में से कई क्षेत्र में तो कोरोना-पूर्व के मुकाबले 100 प्रतिशत से अधिक की रिकवरी दिख रही है और उन क्षेत्रों का उत्पादन कोरोना पूर्व स्तर से भी आगे निकल चुका है।

मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक इस वर्ष अक्टूबर में 22 क्षेत्रों में से स्टील खपत, घरेलू आटो बिक्री और हवाई यात्रियों की संख्या अक्टूबर, 2019 के मुकाबले कम रही। हालांकि, अक्टूबर में स्टील की खपत अक्टूबर, 2019 के 99 प्रतिशत के बराबर हो चुकी थी। इस अवधि में घरेलू ऑटो बिक्री वर्ष 2019 के अक्टूबर के मुकाबले 86 फीसद रही तो हवाई यात्रा करने वालों की संख्या 66 फीसद रही। पिछले साल से सरकारी स्तर पर अर्थव्यवस्था में व्यापक रूप से होने वाले बदलाव के अध्ययन के लिए इन 22 एचएफआइ पर सरकार लगातार नजर रखती है।

एचएफआइ के प्रदर्शन के मुताबिक मात्रा के हिसाब से ई-वे बिल, वस्तु निर्यात, कोयला उत्पादन, रेल माल भाड़ा राजस्व जैसे क्षेत्रों में बीते अक्टूबर में दो वर्ष पूर्व इसी महीने के मुकाबले भारी बढ़ोतरी देखी गई। कोरोना-पूर्व स्तर को पार करने वाले क्षेत्रों में खाद की बिक्री, पीएमआइ सर्विस, सीमेंट उत्पादन, आइआइपी, आठ कोर सेक्टर, बिजली खपत, गूगल मोबिलिटी जैसे क्षेत्र भी शामिल हैं। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की जीडीपी में 8.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। अक्टूबर व नवंबर में मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआइ, कोर सेक्टर, वस्तु निर्यात जैसे सेक्टरों में बढ़ोतरी को देखते हुए तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर-दिसंबर, 2021 के जीडीपी आंकड़े भी दमदार रहने की उम्मीद है।

इकोनमी क्लास का किराया कोरोना-पूर्व के बराबर

नई दिल्ली, पीटीआइ। एयर बबल के तहत संचालित एयर इंडिया, यूनाइटेड एयरलाइंस और लुफ्थांसा की उड़ानों पर औसत इकोनमी क्लास का किराया कोरोना-पूर्व के औसत किराये के बराबर है। यह जानकारी सोमवार को संसद में नागरिक विमानन राज्यमंत्री वीके सिंह ने दी। बता दें कि कोरोना महामारी फैलने के बाद भारत ने पिछले साल 23 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित कर दिया था। हालांकि पिछले साल जुलाई में ही भारत ने लगभग 31 देशों के साथ द्विपक्षीय एयर बबल समझौता किया। इसका उद्देश्य कुछ प्रतिबंधों के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को जारी रखना था।

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