इकोनामी की बुनियाद मजबूत, बढ़ रहा विदेशी निवेश, पिछले वर्ष विदेशी निवेश 25 फीसद बढ़ा: : सीतारमण
हालांकि यह विकसित देशों में आई 44 फीसद की गिरावट की तुलना में काफी कम है।सीतारमण ने कहा कि अगर समग्र विदेशी निवेश के प्रवाह को देखें तो भारतीय इकोनामी की बुनियाद मजबूत है और यह काफी बड़ा बाजार है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत की मजबूत बुनियाद और बड़ा बाजार विदेशी निवेश को आकर्षित करता रहेगा। उन्होंने यह बात गिरीश भालचंद्र बापट और राहुल शेवाले द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के लिखित उत्तर में लोकसभा में कही। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआइसी) के कर्मचारियों और अधिकारियों के वेतनमान पहली अगस्त, 2017 से संशोधित किए जाने की भी जानकारी दी।
वित्त मंत्री ने विश्व निवेश रिपोर्ट, 2021 का हवाला देते हुए कहा कि वर्ष 2020 में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) प्रवाह 25.4 फीसद बढ़कर 64 अरब डालर तक पहुंच गया है। वर्ष 2019 में यह 51 अरब डालर था। एफडीआइ प्राप्त करने के मामले भारत वर्ष 2019 में आठवें स्थान पर था, जो 2020 में पांचवें स्थान पर आ गया। ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट को लेकर होने वाली घोषणाओं की बात करें तो 2020 में इसमें 19 फीसद की गिरावट आई है।
हालांकि यह विकसित देशों में आई 44 फीसद की गिरावट की तुलना में काफी कम है। सीतारमण ने कहा कि अगर समग्र विदेशी निवेश के प्रवाह को देखें तो भारतीय इकोनामी की बुनियाद मजबूत है और यह काफी बड़ा बाजार है। ऐसे में यह लंबी अवधि में विदेशी निवेश को आकर्षित करता रहेगा। वित्त मंत्री ने कहा कि विश्व बैंक की आर्थिक संभावनाओं को लेकर तैयार की गई रिपोर्ट के बाद वैश्विक विकास को संशोधित करके 5.6 फीसद कर दिया गया है। इसकी मुख्य वजह निरंतर टीकाकरण और वित्तीय प्रोत्साहन के चलते अर्थव्यवस्था में हो रहा तेज सुधार है। उन्होंने कहा कि विश्व के सापेक्ष भारत में आर्थिक हालात काफी तेजी से सुधर रहे हैं।