ग्लोबल टैलेंट रैंकिंग के मामले में 53वें स्थान पर पहुंचा भारत, स्विट्जरलैंड टॉप पर: रिपोर्ट

भारत की स्थिति जो कि वर्ष 2017 में 55वें स्थान पर थी वो इस वर्ष घटकर 53वें स्थान पर आ गई

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 02:07 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 09:43 AM (IST)
ग्लोबल टैलेंट रैंकिंग के मामले में 53वें स्थान पर पहुंचा भारत, स्विट्जरलैंड टॉप पर: रिपोर्ट
ग्लोबल टैलेंट रैंकिंग के मामले में 53वें स्थान पर पहुंचा भारत, स्विट्जरलैंड टॉप पर: रिपोर्ट

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। ग्लोबल टैलेंट रैंकिंग के मामले में भारत 53वें पायदान पर पहुंच गया है, जबकि इस मामले में टॉप स्लॉट अल्पाइन नेशन को हासिल हुआ है। यह रिपोर्ट आईएमडी बिजनेस स्कूल स्विटजरलैंड की ओर से जारी की गई है।

एशियाई देशों में सिंगापुर को इस चार्ट में टॉप स्लॉट हासिल हुआ है। इस चार्ट में सिंगापुर को 13वां स्थान हासिल हुआ है। इस सूची में विकासशील, आकर्षक और टैलेंट को बनाए रखने वाले 63 देशों को शामिल किया गया है। इस सूची में चीन को 39वां स्थान हुआ है, "क्योंकि इसे विदेशी कुशल श्रमिकों को आकर्षित करने में कठिनाइयां पेश आ रही हैं जिसे शिक्षा में सार्वजनिक व्यय के स्तर के साथ जोड़ दिया गया है जो कि अन्य उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के औसत से नीचे है ।"

भारत के बारे में, प्रसिद्ध बिजनेस स्कूल ने कहा कि इसकी स्थिति जो कि वर्ष 2017 में 55वें स्थान पर थी वो इस वर्ष घटकर 53वें स्थान पर आ गई। इसने कहा, " एक तरफ, देश अपने प्रतिभा पूल (रेडीनैस फैक्टर में 30वां स्थान) की गुणवत्ता के मामले में औसत से ऊपर प्रदर्शन करता है। वहीं दूसरी तरफ, इसकी शैक्षणिक प्रणाली की गुणवत्ता और सार्वजनिक शिक्षा में निवेश की कमी देश की प्रतिभा क्षमता (निवेश और डेवलपमेंट फैक्टर में 63वां स्थान) को नुकसान पहुंचाती है।"

इस सूची में दी गई रैंकिंग तीन कारकों के आधार पर दी गई है: निवेश एवं विकास, अपील और रेडिनैस। इन कारकों में वो संकेतक शामिल हैं जो स्थानीय प्रतिभा को विकसित करने में निवेश किए गए संसाधनों को कैप्चर करते हैं। जबकि स्विट्जरलैंड ग्लोबल टैलेंट रैंकिंग के मामले में लगातार पांचवें साल पहले स्थान पर बना हुआ है। इसके बाद डेनमार्क,नार्वे, ऑस्ट्रिया और नीदरलैंड का नाम शामिल है।

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