वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी की वृद्धि दर 9.4 प्रतिशत रहने का ICRA ने जताया अनुमान

भारतीय इकोनॉमी तेजी से आगे बढ़ रही है। दूसरी तिमाही में GDP की दर 8.3 फीसद रही है। यह अनुमान ICRA ने जारी किया है। India Ratings ने भी कहा था कि देश की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष की दूसरी जुलाई-सितंबर तिमाही में 8.3 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी।

By Ashish DeepEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 05:03 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 05:22 PM (IST)
वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी की वृद्धि दर 9.4 प्रतिशत रहने का ICRA ने जताया अनुमान
जुलाई-सितंबर तिमाही में 8.3 प्रतिशत की दर से बढ़ी इकोनॉमी।

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। भारतीय इकोनॉमी तेजी से आगे बढ़ रही है। दूसरी तिमाही में GDP की दर 8.3 फीसद से बढ़ेगी। यह आंकड़ा ICRA ने जारी किया है। India Ratings ने भी कहा था कि देश की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष की दूसरी जुलाई-सितंबर तिमाही में 8.3 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जबकि पूरे वित्त वर्ष 2021-22 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 9.4 प्रतिशत रहेगी। प्रमुख रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स का यह अनुमान आम सहमति वाले वृद्धि दर के अनुमान से 0.1 प्रतिशत कम है। रेटिंग एजेंसी का कहना था कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर लगातार नौ तिमाहियों में तीन प्रतिशत से अधिक रही है। इसकी वजह से अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर ऊंची रहेगी।

इंडिया रेटिंग्स ने कहा था कि कृषि क्षेत्र की ऊंची वृद्धि की वजह से उपभोक्ता खर्च बढ़ा है जिससे निजी अंतिम उपभोग खर्च में तेजी आई है। एजेंसी ने कहा कि इसका एक अन्य प्रमुख कारण टीकाकरण में लगभग तीन गुना उछाल है, जो अक्टूबर के अंत तक बढ़कर 89.02 करोड़ पर पहुंच गया। जून के अंत तक यह आंकड़ा 33.57 करोड़ था।

इंडिया रेटिंग्स ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही कोविड की दूसरी लहर से प्रभावित थी, जिससे कार्यस्थल की गतिशीलता कम हो गई और इससे आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुईं। रेटिंग एजेंसी ने कहा था कि टीकाकरण की गति तेज होने के बाद कार्यस्थल की गतिशीलता में सुधार हुआ।

इंडिया रेटिंग्स ने कहा था कि सरकार बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर ध्यान दे रही है जिससे निवेश गतिविधियों को समर्थन मिला है। ‘‘हमारा अनुमान है कि दूसरी तिमाही में निश्चित पूंजी सृजन करीब 8.5 प्रतिशत बढ़ेगा।’’

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