भारत-आसियान वस्तु व्यापार समझौते की तुरंत समीक्षा की जरूरत : हरदीप सिंह पुरी

हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि भारत-आसियान में वस्तु व्यापार पर हुए समझौते की तत्काल समीक्षा की जरूरत है।

By Manish MishraEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 07:37 AM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 07:37 AM (IST)
भारत-आसियान वस्तु व्यापार समझौते की तुरंत समीक्षा की जरूरत : हरदीप सिंह पुरी
भारत-आसियान वस्तु व्यापार समझौते की तुरंत समीक्षा की जरूरत : हरदीप सिंह पुरी

नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि भारत-आसियान में वस्तु व्यापार पर हुए समझौते की तत्काल समीक्षा की जरूरत है। इससे भारत तथा 10 दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के इस समूह के बीच द्विपक्षीय व्यापार की वास्तविक संभावनाओं का पता चल सकेगा। वाणिज्य व उद्योग राज्यमंत्री ने उद्योग संगठन सीआइआइ द्वारा वर्चुअल माध्यम से आयोजित एक सम्मेलन में इस बारे में अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अगर इस समझौते की तत्काल समीक्षा हुई और आसियान-भारत मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के प्रभावी कार्यान्वयन आकार ले पाया तो दोनों के बीच इस वर्ष निर्धारित 200 अरब डॉलर के व्यापार लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।

पुरी ने कहा कि एफटीए की समीक्षा से भागीदार देशों को उपलब्ध संभावनाओं को साकार करने के अवसर मिलेंगे। सरकार ने पिछले वर्ष नवंबर में संसद को बताया था कि भारत और आसियान के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की समीक्षा के प्रस्तावित दायरे में सीमा शुल्क प्रक्रियाओं और आंकड़ों के आदान-प्रदान जैसे मुद्दों को शामिल किया जा सकता है। आसियान और भारत के बीच वस्तु व्यापार समझौते पर 13 अगस्त, 2009 को हस्ताक्षर हुए और यह पहली जनवरी, 2010 को लागू हुआ। 

दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संघ (आसियान) के सदस्यों में इंडोनेशिया, थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, फिलीपींस, वियतनाम, म्यांमा, कंबोडिया, ब्रुनेई और लाओस शामिल हैं। मंत्री ने कहा कि भारत और आसियान को ई- कॉमर्स, आइटी संबद्ध सेवाओं, वित्तीय सेवाओं, बैंकिंग और पर्यटन जैसे सेवा क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने की दिशा में और प्रयास की जरूरत है।

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