EPFO के सब्सक्राइबर्स की संख्या हुई बढ़ोतरी, सितंबर में हुए 15.41 लाख नए नामांकन
EPFO के तहत सबस्क्राइबर्स की संख्या में वृद्धि हुई है। सेवानिवृत्ति निधि निकाय EPFO ने अपने तहत सितंबर 2021 में 15.41 लाख सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं। अगस्त महीने से तुलना के आधार पर सब्सक्राइबर्स की संख्या में 1.81 लाख या 13 फीसद से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। सेवानिवृत्ति निधि निकाय EPFO ने अपने तहत सितंबर 2021 में 15.41 लाख सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं, जो कि महामारी की दूसरी लहर के बाद नेट पेरोल में बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है। EPFO ने शनिवार को एक बयान जारी करते हुए यह कहा था कि, "शनिवार को EPFO के अस्थायी पेरोल डेटा से पता चलता है कि संस्था ने सितंबर 2021 के महीने में लगभग 15.41 लाख शुद्ध सब्सक्राइबर जोड़े हैं।" अगर अगस्त महीने से तुलना की जाय तो इस संख्या में 1.81 लाख या 13 फीसद से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। अगस्त में EPFO के अंतर्गत आने वाले सब्सक्राइबर्स की संख्या 13.60 लाख थी। अप्रैल के महीने में EPFO के तहत सब्सक्राइबर्स की तादाद 8,06,765 थी, जो कि मई में घटकर 5,62,216 रह गई थी।
जबकि, जून के महीने में सब्सक्राइबर की संख्या बढ़कर 9,71,244 हो गई थी, जो कि जुलाई में बढ़कर 12,30,696 हो गई थी। इस वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर 2021) के दौरान EPFO के अंतर्गत कुल शुद्ध नामांकन 64.72 लाख था, जबकि, पूरे वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान शुद्ध नए नामांकन की संख्या 77.08 लाख थी। EPFO के मुताबिक सितंबर में जोड़े गए कुल 15.41 लाख शुद्ध ग्राहकों में से, लगभग 8.95 लाख नए सदस्यों को पहली बार ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के प्रावधानों के तहत पंजीकृत किया गया है।
कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम (ईपीएफ और एमपी अधिनियम), 1952 के तहत शामिल प्रतिष्ठानों के भीतर नौकरी बदलकर लगभग 6.46 लाख ग्राहक EPFO से बाहर निकल गए थे, लेकिन वे सभी दोबारा से इसमें शामिल भी हो गए। इन सदस्यों ने EPF की सामाजिक सुरक्षा से बाहर जाने के बजाय अपने धन को स्थानांतरित करके EPFO के साथ अपनी सदस्यता जारी रखने के विकल्प को चुना था। पेरोल डाटा के मुताबिक 22से 25 वर्ष के आयु वर्ग ने सितंबर 2021 के दौरान 4.12 लाख की संख्या के साथ सबसे अधिक शुद्ध नामांकन दर्ज किया था। यह आंकड़ा बताता है कि, पहली बार नौकरी करने वाले बड़ी लोग संख्या में संगठित क्षेत्र के कार्यबल में शामिल हो रहे हैं। ऐसे लोगों ने सितंबर में कुल शुद्ध नामंकन वृद्धि में लगभग 47.39 फीसद का योगदान दिया है।