आयकर विभाग ने चालू वित्त वर्ष में अब तक करदाताओं को जारी किया 1.95 लाख करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स रिफंड

आयकर विभाग ने ट्वीट कर बताया कि इसमें से व्यक्तिगत आयकर के मद में 1.90 करोड़ करदाताओं को 69653 करोड़ रुपये तथा कॉरपोरेट टैक्स मद में 2.17 लाख मामलों में 1.26 लाख करोड़ रुपये करदाताओं को लौटाये गये हैं।

By Pawan JayaswalEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 06:33 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 11:22 AM (IST)
आयकर विभाग ने चालू वित्त वर्ष में अब तक करदाताओं को जारी किया 1.95 लाख करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स रिफंड
आयकर रिफंड ( P C : Pixabay )

नई दिल्ली, पीटीआइ। आयकर विभाग ने चालू वित्त वर्ष में अब तक 1.93 करोड़ करदाताओं को 1.95 लाख करोड़ रुपये से अधिक के आयकर रिफंड जारी कर दिये हैं। विभाग ने बुधवार को यह जानकारी दी। आयकर विभाग ने ट्वीट कर बताया कि इसमें से व्यक्तिगत आयकर के मद में 1.90 करोड़ करदाताओं को 69,653 करोड़ रुपये तथा कॉरपोरेट टैक्स मद में 2.17 लाख मामलों में 1.26 लाख करोड़ रुपये करदाताओं को लौटाये गये हैं। विभाग ने कहा, ‘‘केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने एक अप्रैल, 2020 से 22 फरवरी, 2021 के बीच 1.93 करोड़ करदाताओं को 1,95,736 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड लौटाया है।।’’

CBDT issues refunds of over Rs. 1,95,736 crore to more than 1.93 crore taxpayers between 1st April,2020 to 22nd February,2021. Income tax refunds of Rs. 69,653 crore have been issued in 1,90,52,977cases &corporate tax refunds of Rs. 1,26,083crore have been issued in 2,17,399cases— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) February 24, 2021

आयकर विभाग इस बार काफी तेज रफ्तार से करदाताओं को टैक्स रिफंड जारी कर रहा है। इसके बावजूद अभी भी कई सारे करदाता ऐसे होंगे, जिन्हें काफी समय बीत जाने के बाद भी आयकर रिफंड नहीं मिला होगा। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि ये कारण कौन-से हैं।

बैंक खाता प्रीवैलिडेट ना होना

समय पर आयकर रिफंड प्राप्त नहीं होने की एक बड़ी वजह ये भी हो सकती है कि आपने अपने बैंक खाते को प्रीवैलिडेट ना किया हो। यदि आपने अपने बैंक खाते को प्रीवैलिडेट नहीं किया है, तो आप अपनी प्रोफाइल सेटिंग में जाकर वहां बैंक अकाउंट को प्रीवैलिडेट करने का विकल्प चुनें। यहां आप बैंक अकाउंट नंबर, आईएसएससी कोड, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी की जानकारी देकर अपने बैंक खाते को प्रीवैलिडेट कर सकते हैं।

 

बैंक खाते की सही जानकारी नहीं देना

आयकर रिटर्न भरते समय रिफंड प्राप्त करने के लिए अगर आपने सही बैंक डीटेल नहीं भरी है, तो आपको रिफंड मिलने में देरी हो सकती है। आयकर विभाग की ओर से आयकर रिफंड सीधे करदाता के खाते में डाले जा रहे हैं, ऐसे में बैंक खाते की गलत जानकारी भरने से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसके साथ ही आपके द्वारा दिया गया बैंक खाता पैन के साथ लिंक होना चाहिए।

आईटीआर वेरिफाई करना भूल जाना

कई बार करदाता आयकर रिटर्न भरने से जुड़े सभी काम तो निपटा लेते हैं, लेकिन अपनी आईटीआर वेरिफाई करना भूल जाते हैं। बता दें कि आयकर रिटर्न फाइल करने की प्रॉसेस तब तक पूरी नहीं होती, जब तक कि आप आईटीआर को वेरिफाई ना करा दें।

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