IIP आंकड़ों में लगातार गिरावट का सिलसिला जारी, सितंबर में 4.3 फीसद लुढ़का

IIP इससे देश के आर्थिक परिदृश्य का पता चलता है।

By Ankit KumarEdited By: Publish:Mon, 11 Nov 2019 06:14 PM (IST) Updated:Tue, 12 Nov 2019 08:26 AM (IST)
IIP आंकड़ों में लगातार गिरावट का सिलसिला जारी, सितंबर में 4.3 फीसद लुढ़का
IIP आंकड़ों में लगातार गिरावट का सिलसिला जारी, सितंबर में 4.3 फीसद लुढ़का

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश के औद्योगिक उत्पादन में कमी का सिलसिला लगातार जारी है। सरकार की ओर से सोमवार को जारी इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में औद्योगिक उत्पादन में मासिक आधार पर 4.3 फीसद की कमी दर्ज की गई। इससे पहले अगस्त में इंडस्ट्रियल आउटपुट 1.1 फीसद घटा था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक मुख्य रूप से मैन्यूफैक्चरिंग आउटपुट के मोर्चे पर खराब प्रदर्शन के कारण आईआईपी आंकड़ों में यह संकुचन देखने को मिला है।

उल्लेखनीय है कि औद्योगिक उत्पादन या फैक्टरी आउटपुट से देश के कारोबारी जगत में होने वाली गतिविधियों का पता चलता है। 

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में मैन्यूफैक्चरिंग आउटपुट में 3.9 फीसद की कमी देखी गई। अगस्त में इस सेक्टर में उत्पादन में 1.2 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी। 

देश में खनन क्षेत्र की गतिविधियों में भारी 8.5 फीसद की भारी गिरावट दर्ज की गई है जबकि उससे पिछले महीने में इस क्षेत्र में उत्पादन में 0.1 फीसद की मामूली गिरावट दर्ज की गई थी। 

अगर प्राथमिक उत्पादों की बात करें तो सितंबर में इसमें 5.1 फीसद की गिरावट हुई जबकि अगस्त में इस सेक्टर में 1.1 फीसद की वृद्धि दर्ज की गई थी। वहीं, कैपिटल गुड्स का आउटपुट 20.7 फीसद कम हो गया। 

कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल्स सितंबर में 9.9 फीसद गिर गया। इसमें भी अगस्त महीने में 4.1 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी।  

अगर इस साल अप्रैल से जून के मध्य देश के आठ बुनियादी क्षेत्रों की बात करें तो उनमें 3.6 फीसद की औसत वृद्धि दर्ज की गई। दूसरी ओर, इसी अवधि में निर्यात में 1.7 फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की गई। 

देश के आर्थिक परिदृश्य के संदर्भ में गौरतलब है कि हाल में रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत के आउटलुक को 'स्टेबल' से बदलकर 'निगेटिव' कर दिया था। इसके लिए उसने देश की आर्थिक वृद्धि को लेकर बढ़ते जोखिमों का हवाला दिया था। 

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