IDBI बैंक को FY19 की दूसरी तिमाही में हुआ 3602 करोड़ रुपये का घाटा
समीक्षाधीन तिमाही में बैंक की कुल आय भी घटकर 6,162.14 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। सार्वजनिक क्षेत्र के आईडीबीआई बैंक को वित्त वर्ष 2019 की दूसरी तिमाही में 3602 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। बैड लोन में अचानक तेजी आने के चलते बैंक को सितंबर तिमाही (2018-19) के दौरान इस घाटे का सामना करना पड़ा है। बैंक की बीते वर्ष की समान समीक्षाधीन अवधि के दौरान 197.84 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
वहीं समीक्षाधीन तिमाही में बैंक की कुल आय भी घटकर 6,162.14 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई है। यह एक वर्ष पूर्व की समान तिमाही में 8,302.42 करोड़ रुपये रही थी। आईडीबीआई बैंक ने यह जानकारी एक नियामकीय फाइलिंग में दी है। बैंक का ग्रॉस एनपीए 30 सितंबर 2018 तक (नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स) बढ़कर 31.78 फीसद (60,875.49 करोड़ रुपये) के स्तर पर पहुंच गया, जो कि बीते वर्ष की समान अवधि में 24.98 फीसद (51,367.69 करोड़ रुपये) रहा था।
नेट एडवांस के सापेक्ष नेट एनपीए 17.30 फीसद (27,294.58 करोड़ रुपये) रहा है जो कि बीते वर्ष की समान अवधि में 16.06 फीसद (29,488.83 करोड़ रुपये) रहा था। वही अनुक्रमिक रुप से बैंक के बैड लोन का अनुपात भी खराब हुआ है। वहीं इस तिमाही के लिए एनपीए की प्रोविजनिंग बढ़कर 5,481.64 करोड़ रुपये रही जो कि वित्त वर्ष 2017-18 की जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान 2,842.15 करोड़ रुपये रही थी। वहीं ओवरऑल प्रोविजनिंग और आकस्मिक व्यय इस तिमाही 6,579.83 करोड़ रुपये रहा है जो कि बीते वर्ष की समान अवधि में 3,261.42 करोड़ रुपये रहा था।