स्वर्ण आभूषणों की हॉलमार्किग जल्द होगी अनिवार्य

पासवान ने कहा कि चौथे औद्योगिक क्रांति में स्मार्ट प्रौद्योगिकी की भूमिका अहम होगी

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 08:52 AM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 08:52 AM (IST)
स्वर्ण आभूषणों की हॉलमार्किग जल्द होगी अनिवार्य
स्वर्ण आभूषणों की हॉलमार्किग जल्द होगी अनिवार्य

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। देश में बिना हॉलमार्किग वाले स्वर्ण आभूषण बेचना जल्द ही अपराध की श्रेणी में शामिल हो जाएगा। सरकार ने इस दिशा में तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं। केंद्र सरकार में उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने यह घोषणा करते हुए गुरुवार को कहा कि सरकार जल्द ही सोने के गहने पर हॉलमार्किग को कानूनी रूप से अनिवार्य बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता अधिकारों के संरक्षण को सरकार ने उच्च प्राथमिकता दी है।

विश्व मानक दिवस पर आयोजित ‘अंतरराष्ट्रीय मानक और चौथी औद्योगिक क्रांति’ समारोह में पासवान ने कहा कि अभी तक स्वर्ण आभूषण पर हॉलमार्किग स्वैच्छिक थी। इसे जल्द ही अनिवार्य कर दिया जाएगा। हॉलमार्किग के बाद सोने की शुद्धता में कोई खोट नहीं रहने दिया जाएगा। इससे सोने की गहने की शुद्धता को प्रमाणित किया जाएगा।

बाजार में केवल 14, 18 और 22 कैरेट के गहने ही बेचे जा सकेंगे, जिनके साथ उपभोक्ताओं को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। उपभोक्ता मंत्री पासवान ने घोषणा के बाद यह स्पष्ट नहीं किया कि किस महीने से इस पर अमल शुरु हो जाएगा। देश में फिलहाल 653 आंकलन और हॉलमार्किग सेंटर स्थापित हो चुके हैं। सबसे अधिक केंद्र तमिलनाडु और केरल में हैं।

समारोह में पासवान ने कहा कि चौथे औद्योगिक क्रांति में स्मार्ट प्रौद्योगिकी की भूमिका अहम होगी। मानक के स्तर पर भारत दुनिया के किसी देश से पीछे नहीं रहना चाहता है। पासवान ने कहा कि कई तरह के उद्योगों में आज भी 1950 की टेक्नोलॉजी चल रही है। इस स्थिति से उबरना होगा। मानक को प्रौद्योगिकी से निखारा जा सकता है। केंद्रीय उपभोक्ता राज्यमंत्री सीआर चौधरी ने कहा कि नये उद्योगों में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टेक्नोलॉजी का प्रयोग समय की जरूरत है।

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