मोदी और ट्रंप की बैठक में ट्रेड पैकेज को लेकर किया जाएगा अंतिम फैसलाः गोयल

मोदी 21 से 27 सितंबर तक अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं। इस दौरान वह यूएन जनरल असेंबली के सालाना सत्र को भी संबोधित करेंगे।

By Ankit KumarEdited By: Publish:Mon, 16 Sep 2019 06:44 PM (IST) Updated:Tue, 17 Sep 2019 08:15 AM (IST)
मोदी और ट्रंप की बैठक में ट्रेड पैकेज को लेकर किया जाएगा अंतिम फैसलाः गोयल
मोदी और ट्रंप की बैठक में ट्रेड पैकेज को लेकर किया जाएगा अंतिम फैसलाः गोयल

नई दिल्ली, पीटीआइ। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत और अमेरिका व्यापार से जुड़े विभिन्न मुद्दों को जल्द-से-जल्द सुलझाने के लिए लगातार बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से चीजों को अंतिम रूप दिये जाने के बाद उसकी घोषणा की जाएगी।

मोदी 21 से 27 सितंबर तक अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं। इस दौरान वह यूएन जनरल असेंबली के सालाना सत्र को भी संबोधित करेंगे। इस दौरान वह न्यूयॉर्क में कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों में भी शिरकत करेंगे।

गोयल ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ''हमारी अमेरिका के साथ बातचीत चल रही है। हमने कुछ चीजें तय की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जब साथ बैठकर चीजों को अंतिम रूप देंगे, हम आपको इसकी जानकारी दे देंगे। हम खुले दिल से काम कर रहे हैं। हम खुले दिल से कई क्षेत्रों पर गौर कर रहे हैं।"

मंत्री से पूछा गया कि मोदी-ट्रंप की बैठक के दौरान किन क्षेत्रों के लेकर घोषणाएं हो सकती हैं। इस पर गोयल ने कहा, ‘‘हमारी पिछले कई माह से अमेरिका के साथ बातचीत चल रही है। हम इनमें से कई मुद्दों के हल के लिए बातचीत कर रहे हैं। किसी तरह के करार की घोषणा होगी या नहीं यह प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पर निर्भर करेगा।’’

भारत और यूएस व्यापार मुद्दों को हल करने के लिए एक ट्रेड पैकेज पर बातचीत कर रहे हैं। इसका लक्ष्य आपसी व्यापार को बढ़ाना है। भारत चाहता है कि अमेरिका कुछ इस्पात और एल्युमीनियम उत्पादों पर लगाए गए ऊंचे शुल्क से छूट दे। साथ ही वह अमेरिकी जीएसपी के तहत भारत के कुल उत्पादों पर लाभ चाहता है। इसके अलावा भारत एग्रीकल्चर, मोटर और इंजीनियरिंग जैसे प्रोडक्ट्स के लिए बेहतर बाजार पहुंच चाहता है।

दूसरी ओर, अमेरिका चाहता है कि भारत कृषि उत्पाद, डेयरी उत्पाद, चिकित्सा उपकरण, आईटी और संचार के सामान पर आयात शुल्क कटौती कर उसे अधिक बाजार पहुंच उपलब्ध कराए। वित्त वर्ष 2018-19 में अमेरिका को भारत का निर्यात 52.4 अरब डॉलर रहा, जबकि अमेरिका से आयात 35.5 अरब डॉलर रहा। व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में झुका हुआ है। अमेरिका इस व्यापार घाटे को भी कम करना चाहता है।

इसके अलावा गोयल से जब प्रस्तावित व्यापक मुक्त व्यापार समझौते क्षेत्रीय वृहद आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) के बारे में पूछा गया तो गोयल ने कहा कि भारत ने इस मामले में कुछ मुद्दों को लेकर अन्य 15 देशों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बैठक करने का फैसला किया है। 

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