मार्च तक पूरा हो जाएगा सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों का विलय : वित्त सचिव

गौरतलब है कि 2018-19 के बजट में तत्कालीन वित्त मंत्री अरूण जेटली ने तीनों कंपनियों का विलय कर एक बीमा कंपनी बनाए जाने की घोषणा की थी।

By NiteshEdited By: Publish:Wed, 05 Feb 2020 08:26 PM (IST) Updated:Thu, 06 Feb 2020 08:51 AM (IST)
मार्च तक पूरा हो जाएगा सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों का विलय : वित्त सचिव
मार्च तक पूरा हो जाएगा सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों का विलय : वित्त सचिव

नई दिल्ली, पीटीआइ। सरकार चाहती है कि सार्वजनिक क्षेत्र की तीन साधारण बीमा कंपनियों नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लि., यूनाइटेड इंडिया इंश्यारेंस कंपनी लि. और ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लि. का विलय मार्च तक पूरा हो जाए। वित्त सचिव राजीव कुमार ने बुधवार को यह बात कही। उन्होंने कहा है कि तीनों कंपनियों से जुड़े निदेशक मंडल की ओर से पहले ही विलय को लेकर सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है।

कुमार ने कहा, 'सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों के विलय का काम आगे बढ़ चुका है। हम इस मामले में जल्दी ही आगे कुछ काम देख सकते हैं। यह पहले से मंत्रिमंडल के पास है।'

उन्होंने कहा विलय प्रक्रिया को लेकर काम चल रहा है। सरकार विलय के बाद संबंधित कंपनी की लिस्टिंग के बारे में निर्णय करेगी। विलय का रास्ता आसान हो इसके लिए बजट में सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों साधारण बीमा कंपनियों में अगले वित्त वर्ष में 6,950 करोड़ रुपये की पूंजी डाले जाने का प्रस्ताव किया गया है। सरकार ने पहली पूरक अनुदान मांग के जरिये चालू वित्त वर्ष के दिसंबर में तीनों साधारण बीमा कंपनियों में 2,500 करोड़ रुपये की पूंजी डाली है।

गौरतलब है कि 2018-19 के बजट में तत्कालीन वित्त मंत्री अरूण जेटली ने तीनों कंपनियों का विलय कर एक बीमा कंपनी बनाए जाने की घोषणा की थी। हालांकि, इन तीनों कंपनियों की खराब वित्तीय स्थिति की वजह से विलय प्रक्रिया का काम पूरा नहीं हो पाया। तीनों साधारण बीमा कंपनियों के 31 मार्च 2017 तक 200 से अधिक बीमा उत्पाद थे। इनके कुल प्रीमियम 41,461 करोड़ रुपये थे जबकि बाजार हिस्सेदारी 35 फीसद थी। इन तीनों साधारण बीमा कंपनियों का संयुक्त रूप से नेटवर्थ 9,243 करोड़ रुपये, कर्मचारियों की संख्या करीब 44,000 जो 6,000 से अधिक कार्यालयों में काम कर रहे हैं। 

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