GeM पर सरकारी खरीद 6,894 करोड़ रुपये पर पहुंची, अप्रैल में मिला अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर

GeM पोर्टल की शुरुआत नौ अगस्त 2016 को की गई थी। केंद्र सरकार के सभी मंत्रालय और विभाग वस्तुओं तथा सेवाओं की ऑनलाइन खरीदारी इस पोर्टल से कर सकते हैं। GeM में रेलवे रक्षा और सीपीएसयू जैसे बड़े खरीदारों के लिए बेहतर सुविधाएं शामिल हैं।

By Pawan JayaswalEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 06:52 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 08:52 PM (IST)
GeM पर सरकारी खरीद 6,894 करोड़ रुपये पर पहुंची, अप्रैल में मिला अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर
गवर्नमेंट ई-मार्केट (GeM) P C : Pixabay

नई दिल्ली, पीटीआइ। गवर्नमेंट ई-मार्केट (GeM) पोर्टल पर वस्तुओं और सेवाओं की खरीद अप्रैल में बढ़कर 6,894 करोड़ रुपये हो गई। अप्रैल में जेम को अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर मिला, जो कार्बन स्टील कोटेड पाइप लाइन की खरीद के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत आने वाली सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) ने दिया। यह ऑर्डर 2,600 करोड़ रुपये का था।

जेम के सीईओ प्रशांत कुमार सिंह ने बताया कि अप्रैल में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों द्वारा इस पोर्टल पर खरीदारी का आंकड़ा 6,894 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस वर्ष अप्रैल में जेम के माध्यम से जितनी खरीदारी हुई है, उतनी पिछले वित्त वर्ष की पूरी जून तिमाही और सितंबर तिमाही में भी नहीं हुई थी। देशभर में खरीदारों और विक्रेताओं को एक साथ लाने के अपने प्रयासों के चलते जेम को यह उपलब्धि हासिल हो सकी।

जेम पोर्टल की शुरुआत नौ अगस्त, 2016 को की गई थी। केंद्र सरकार के सभी मंत्रालय और विभाग वस्तुओं तथा सेवाओं की ऑनलाइन खरीदारी इस पोर्टल से कर सकते हैं। इस ई-मार्केटप्लेस में खरीदारों के लिए विविध पेशकश है व रेलवे, रक्षा और सीपीएसयू जैसे बड़े खरीदारों के लिए बेहतर सुविधाएं शामिल हैं।

इस सरकारी मार्केटिंग पोर्टल पर कार्यालय में उपयोग होने वाले दस्तावेज, रजिस्टर, वाहन, कंप्यूटर, कार्यालय में इस्तेमाल के लिए फर्नीचर सहित कई तरह के सामान उपलब्ध हैं। पोर्टल पर परिवहन, कचरा प्रबंधन, वेब कास्टिंग जैसी सेवाएं सूचीबद्ध हैं। पोर्टल पर अब तक 17,93,773 विक्रेता और सेवा प्रदाता पंजीकृत हैं। इसमें 3,16,243 उत्पाद और दर्जनों सेवाएं शामिल हैं। पोर्टल पर अब तक 1,14,700 करोड़ रुपये के सौदे हो चुके हैं।

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