सोने में पैसे निवेश करने का माकूल नहीं है वक्त, जानिए क्या है बाजार और कीमतों का हाल
Gold Buying Tips सराफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि अभी सोने की खरीदारी का उचित समय नहीं है क्योंकि दुनियाभर के देश कोरोना से जंग लड़ रहे हैं।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोरोना से जारी जंग और लॉकडाउन को देखते हुए मंगलवार को सोने (Gold) का वायदा भाव 45,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला गया। गत तीन अप्रैल को सोने का वायदा भाव 43,712 रुपये प्रति 10 ग्राम था। मंगलवार को सेंसेक्स में भी पिछले कारोबारी दिन के मुकाबले 2476.26 अंक की तेजी रही। हालांकि, सराफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि अभी सोने की खरीदारी (Investment in Gold) का उचित समय नहीं है क्योंकि दुनियाभर के देश कोरोना से जंग लड़ रहे हैं और सोने की फिजिकल मांग फिलहाल काफी कम रहेगी।
विश्व में सबसे अधिक सोने की मांग चीन और भारत में होती है और दोनों ही देश फिलहाल खुद को कोरोना से बचाने में जुटे हैं। मुंबई के सराफा कारोबारी मनीष जैन ने बताया कि सोने के वायदा बाजार और फिजिकल बाजार में काफी अंतर है। लॉकडाउन शुरू होने के पहले से ही 20 मार्च से सोने का फिजिकल कारोबार बंद है। वायदा बाजार में चुनिंदा कारोबारी कारोबार करते हैं, इसलिए वहां आने वाली तेजी आगे भी जारी रहेगी, यह कहना मुश्किल है।
अभी के वक्त और लॉकडाउन खुलने के बाद लोग अपने कारोबार, नौकरी को बचाने के प्रयास में जुटे रहेंगे। ऐसे में, आने वाले समय में सोने की मांग में तेजी की कोई संभावना नहीं है। सोना अगर 35,000 रुपये 10 ग्राम के स्तर पर चला जाए तब जरूर सोने की मांग निकल सकती है। सराफा कारोबारियों के मुताबिक इन सबके बावजूद सोना निवेशकों को अधिक लुभा सकता है क्योंकि पिछले एक माह के ग्राफ को देखने से पता चलता है कि शेयर बाजार के मुकाबले सोने में गिरावट कम रही जो निवेशकों में भरोसा पैदा करता है।
कोविड-19 की वजह से भारतीय शेयर बाजार में पिछले एक माह में 25 फीसद की गिरावट रही जबकि सोने में 10-12 फीसद की। शेयर बाजार 40,000 अंक के पार पहुंच गया था जो 30,000 के स्तर पर आ गया। पिछले महीने सोने की फिजिकल कीमत 45,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गई थी, लेकिन जल्द ही भाव में गिरावट शुरू हो गई। 17 मार्च को सोने का हाजिर भाव 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पास पहुंच गया था।