Economy की बुनियाद मजबूत, राजस्व संग्रह और Export में तेजी जारी

इकोनॉमी की मजबूत बुनियाद के परिणाम दिखने लगे हैं। कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी हो रही है। चालू वित्त वर्ष 2021-22 के शुरुआती ढाई महीनों में प्रत्यक्ष कर की वसूली पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 100.4 फीसद बढ़ी है।

By Ankit KumarEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 10:43 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 10:47 AM (IST)
Economy की बुनियाद मजबूत, राजस्व संग्रह और Export में तेजी जारी
जून के शुरुआती 14 दिनों में 14.06 अरब डॉलर का निर्यात किया गया।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। इकोनॉमी की मजबूत बुनियाद के परिणाम दिखने लगे हैं। कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद राजस्व संग्रह में बढ़ोतरी हो रही है। चालू वित्त वर्ष 2021-22 के शुरुआती ढाई महीनों में प्रत्यक्ष कर की वसूली पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 100.4 फीसद बढ़ी है। जून के शुरुआती 14 दिनों के निर्यात में पिछले वर्ष समान अवधि के मुकाबले 46.43 फीसद और वर्ष 2019 में इसी अवधि के मुकाबले 34 फीसद की बढ़ोतरी रही। बिजली और पेट्रोल-डीजल की खपत भी जून में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होते ही बढ़ने लगी।

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पहली से 15 जून तक 1,85,871 करोड़ रुपये की प्रत्यक्ष कर वसूली हुई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 92,762 करोड़ रुपये थी। चालू वित्त वर्ष में रिफंड की गई 30,731 करोड़ रुपये की राशि को मिला दे तो प्रत्यक्ष कर संग्रह 2,16,602 करोड़ रहा।

वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एडवांस टैक्स के रूप में 28,780 करोड़ रुपये मिले जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 11,714 करोड़ रुपये मिले थे। इस वर्ष अप्रैल में 1.41 लाख करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह रहा जो अब तक का सर्वाधिक संग्रह है।

जून के शुरुआती 14 दिनों में 14.06 अरब डॉलर का निर्यात किया गया, जो पिछले वर्ष समान अवधि में 9.6 अरब डॉलर और वर्ष 2019 की इसी अवधि में 10.47 अरब डॉलर था। जून के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की बिक्री पिछले वर्ष समान अवधि के मुकाबले 13 फीसद तो डीजल की बिक्री 12 फीसद बढ़ी है।

जून के पहले पखवाड़े में 55.86 अरब यूनिट बिजली की खपत रही जो पिछले वर्ष समान अवधि के मुकाबले 9.3 फीसद अधिक है।

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