इंफ्लेशन के आंकड़ों पर रहेगी नजर, फेडरल रिजर्व के फैसले और कच्चे तेल के दाम भी तय करेंगे बाजार की स्थिति

आने वाले सप्ताह में मुद्रास्फीति के आंकड़ों पर बाजार की नजर रहेगी। बाजार की स्थिति को फेडरल रिजर्व के फैसले और कच्चे तेल के दाम भी प्रभावित करेंगे। बाजार के उतार चढ़ाव से कई कंपनियों को नुकसान हुआ है।

By Sarveshwar PathakEdited By: Publish:Sun, 12 Jun 2022 06:35 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jun 2022 08:04 AM (IST)
इंफ्लेशन के आंकड़ों पर रहेगी नजर, फेडरल रिजर्व के फैसले और कच्चे तेल के दाम भी तय करेंगे बाजार की स्थिति
फेडरल रिजर्व के फैसले और कच्चे तेल के दाम भी तय करेंगे बाजार की दिशा

नई दिल्ली, प्रेट्र। इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा मई के मुद्रास्फीति के आंकड़ों और ब्याज दरों पर अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के फैसले से तय होगी। इसके अलावा विदेशी फंड्स का रुख, रुपये का उतार-चढ़ाव और कच्चे तेल के दाम भी बाजार की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहेंगे।

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा कि सभी की निगाह फेडरल रिजर्व ओपेन मार्केट कमिटी के 15 जून के फैसले पर रहेगी। बढ़ती महंगाई के बीच बाजार ब्याज दरों में आक्रामक वृद्धि की आशंका जता रहा है। बैंक आफ जापान भी 17 जून को अपनी क्रेडिट पालिसी का एलान करेगा।

मीणा ने कहा कि यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि वैश्विक शेयर बाजारों में बिकवाली के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआइआइ) का क्या रुख रहता है। लगातार आठ महीने से एफआइआइ जमकर बिकवाली कर रहे हैं, जहां तक घरेलू मोर्चे की बात है तो 13 जून को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआइ) और 14 जून को थोक मूल्य सूचकांक आधारित (डब्ल्यूपीआइ) मुद्रास्फीति के आंकड़े आएंगे।

बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,465.79 अंक या 2.62 प्रतिशत नीचे आया था। रेलिगेयर ब्रोकिंग के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च अजित मिश्रा ने कहा कि इस सप्ताह आने वाले आंकड़ों और महत्वपूर्ण घटनाक्रमों की वजह से बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रह सकता है। उन्होंने कहा कि बाजार भागीदार सबसे पहले अमेरिका के मुद्रास्फीति के आंकड़े और घरेलू औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देंगे। अमेरिका में महंगाई 40 साल के उच्चस्तर पर पहुंच चुकी है। आइआइपी के आंकड़े शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद आए थे।

शीर्ष 10 कंपनियों का मार्केट कैप 2.29 लाख करोड़ घटा

बाजार पूंजीकरण के लिहाज से शीर्ष 10 कंपनियों का मार्केट कैप पिछले सप्ताह 2.29 लाख करोड़ रुपये घटा। सबसे ज्यादा नुकसान एलआइसी को हुआ है। सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 44,311.19 करोड़ घटकर 18,36,039.28 लाख करोड़ हो गया है। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टीसीएस और इन्फोसिस का मार्केट कैप संयुक्त रूप से 45,746.13 करोड़ रुपये कम हुआ है।

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