देश में वित्त वर्ष 2020-21 में रिकॉर्ड विदेशी निवेश; सिंगापुर, USA और मॉरीशस से आया सबसे ज्यादा इंवेस्टमेंट

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले वर्ष पहली अप्रैल से इस वर्ष 31 मार्च यानी बीते वित्त वर्ष (2020-21) के दौरान देश में कुल एफडीआइ निवेश 81.72 अरब डॉलर (करीब 5.88 लाख करोड़ रुपये) पर जा पहुंचा।

By Ankit KumarEdited By: Publish:Tue, 25 May 2021 12:52 PM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 07:12 AM (IST)
देश में वित्त वर्ष 2020-21 में रिकॉर्ड विदेशी निवेश; सिंगापुर, USA और मॉरीशस से आया सबसे ज्यादा इंवेस्टमेंट
बीते वित्त वर्ष इक्विटी बाजार में विदेशी निवेशकों द्वारा किया गया नया निवेश 19% बढ़कर 59.64 अरब डॉलर हो गया।

नई दिल्ली, पीटीआइ। पिछले एक वर्ष के दौरान कोरोना संकट की सभी चुनौतियों के बावजूद देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) आवक अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले वर्ष पहली अप्रैल से इस वर्ष 31 मार्च यानी बीते वित्त वर्ष (2020-21) के दौरान देश में कुल एफडीआइ निवेश 81.72 अरब डॉलर (करीब 5.88 लाख करोड़ रुपये) पर जा पहुंचा। उससे एक वर्ष पहले की अवधि में यह आंकड़ा 74.39 अरब डॉलर था।

बीते वित्त वर्ष में इक्विटी बाजार में विदेशी निवेशकों द्वारा किया गया नया निवेश 19 फीसद बढ़कर 59.64 अरब डॉलर हो गया। उससे पिछले वित्त वर्ष (2019-20) में इक्विटी बाजार में विदेशी निवेशकों द्वारा लगाई गई रकम 49.98 अरब डॉलर रही थी। इन आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को लेकर विदेशी निवेशकों को कोई संदेह नहीं है और कोरोना संकट जैसे मुश्किल दौर में भी उन्होंने निवेश बनाए रखा है। 

बीते वित्त वर्ष के दौरान इक्विटी में पूंजी लगाने के अलावा कमाई को वापस शेयर बाजारों में निवेश करने के मामलों की संख्या भी बड़ी रही। निवेश करने वाले देशों के मामले में पिछले वित्त वर्ष के दौरान 29 फीसद हिस्सेदारी के साथ सिंगापुर सबसे आगे रहा। समीक्षाधीन वित्त वर्ष के दौरान भारतीय बाजार में कुल विदेशी निवेश में अमेरिकी के निवेशकों की हिस्सेदारी 23 फीसद रही। मॉरीशस के निवेशकों ने भारतीय बाजार में पिछले वित्त वर्ष के दौरान कुल निवेश का नौ फीसद हिस्सा लगाया। वहीं, सेक्टर के मामले में सबसे अधिक 44 फीसद विदेशी निवेश कंप्यूटर सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर क्षेत्र में आया। 

कंस्ट्रक्शन इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में विदेशी निवेशकों ने 13 फीसद और सर्विस सेक्टर में आठ फीसद निवेश किया। राज्यों के मामले में पिछले वित्त वर्ष के दौरान विदेशी निवेश आकर्षित करने में गुजरात सबसे आगे रहा। कुल विदेशी निवेश का 37 फीसद हिस्सा गुजरात में लगाया गया। वहीं, निवेशकों ने 27 फीसद रकम का निवेश महाराष्ट्र में और 13 फीसद का कर्नाटक में किया।

वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नियमों में सुधार के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों, निवेशकों को दी जा रही विभिन्न सुविधाओं और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को आसान बनाने संबंधी उपायों के चलते एफडीआइ बढ़ा है। इससे यह भी पता चलता है कि विदेशी निवेशकों के लिए भारत पसंदीदा निवेश गंतव्य बना हुआ है।

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