दिल्ली-NCR के बाजारों में लौटी रौनक, खुदरा क्षेत्रों का किराया 11 से 17 फीसद तक बढ़ा

रिपोर्ट में कहा गया है कि टीकाकरण बढ़ने तथा संक्रमण के मामलों में कमी से उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ा और चीजें सामान्य हो रही है। किराए की बात करें तो जुलाई-सितंबर की तिमाही में खान मार्केट में किराया 12.5 प्रतिशत बढ़कर 1350 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया।

By NiteshEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 08:00 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 09:30 AM (IST)
दिल्ली-NCR के बाजारों में लौटी रौनक, खुदरा क्षेत्रों का किराया 11 से 17 फीसद तक बढ़ा
fare of retail sectors increased by 11 to 17 percent during July September

नई दिल्ली, पीटीआइ। दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख इलाकों में खुदरा क्षेत्र का किराया अब कोरोना पूर्व के स्तर पर पहुंच गया है। जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान राजधानी के खान मार्केट, साउथ एक्सटेंशन तथा कनाट प्लेस जैसे पाश इलाकों में खुदरा क्षेत्र के किराए में 11 से 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वैश्विक संपत्ति सलाहकार कुशमैन एंड वेकफील्ड की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। 'मार्केटबीट-दिल्ली एनसीआर, रिटेल क्यू3, 2021' में कहा गया है कि बाजार गतिविधियां तेज होने के साथ किराए की दरें महामारी पूर्व के स्तर पर पहुंच रही हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर के बाजार में सितंबर तिमाही के दौरान खुदरा गतिविधियों में सुधार हुआ है। खुदरा क्षेत्र को लीज या पट्टे पर लेने की गतिविधियां बढ़ी हैं। कुशमैन एंड वेकफील्ड के उत्तरी क्षेत्र के प्रबंध निदेशक विभोर जैन ने कहा कि किराए की दरें कोरोना पूर्व के स्तर पर पहुंच रही हैं। आने वाले महीनों में खुदरा क्षेत्र ऊपर की ओर ही जाएगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि टीकाकरण बढ़ने तथा संक्रमण के मामलों में कमी से उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ा और चीजें सामान्य हो रही है। किराए की बात करें तो जुलाई-सितंबर की तिमाही में खान मार्केट में किराया 12.5 प्रतिशत बढ़कर 1,350 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया।

सितंबर में 16,500 से ज्यादा नई कंपनियों का पंजीकरण

सितंबर में देश में 16,570 नई कंपनियों का पंजीकरण हुआ। इससे सक्रिय कंपनियों की कुल संख्या 14.14 लाख से ज्यादा हो गई। कारपोरेट मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि 30 सितंबर तक देश में कुल 22,32,699 कंपनियां पंजीकृत थीं। कंपनी अधिनियम, 2013 के अनुसार इनमें से 7,73,070 कंपनियां जहां बंद हो गई वहीं 2,298 निष्कि्रय हो गई। इसके अलावा 6,944 लिक्विडेशन के अधीन थी और 36,110 बंद होने की प्रक्रिया में थीं।

आंकड़ों के मुताबिक 30 सितंबर तक देश में 14,14,277 सक्रिय कंपनियां थीं। मंत्रालय ने कहा है कि कंपनियों का मासिक पंजीकरण अप्रैल 2020 में 3,209 के सबसे निचले स्तर को छूने के बाद से बढ़ा है।

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