E commerce कंपनियां अभी भी नहीं बता रहीं, माल कहां का बना, सरकार हुई सख्त, 200 से अधिक मामलों में नोटिस

कई ई-कामर्स कंपनियां के उत्पादों पर इस बात का जिक्र नहीं किया जा रहा है कि वे मूल रूप से किस देश में बने हैं- कई कंपनियों की साइट्स पर शिकायत निपटान अधिकारी का मोबाइल नंबर ई-मेल जैसी जानकारी भी नहीं है

By NiteshEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 08:52 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 08:52 PM (IST)
E commerce कंपनियां अभी भी नहीं बता रहीं, माल कहां का बना, सरकार हुई सख्त, 200 से अधिक मामलों में नोटिस
E commerce companies are still not telling where the goods were made

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। उपभोक्ता के हितों की अनदेखी करने वाली ई-कामर्स कंपनियों के खिलाफ सरकार सख्त होती दिख रही है। उपभोक्ता नियमों का पालन नहीं करने वाली ई-कामर्स कंपनियों को इस महीने मात्र एक सप्ताह में 200 से अधिक मामलों में सरकार ने नोटिस जारी किया। इन कंपनियों से 16-26 अक्टूबर के दौरान बतौर जुर्माना 41,85,500 रुपये की वसूली की गई। सरकारी नियमों की अधिकतर अनदेखी इलेक्ट्रानिक्स व गारमेंट्स उत्पादों की बिक्री में की गई।

उपभोक्ता मंत्रालय के मुताबिक नेशनल हेल्पलाइन पोर्टल पर ई-कामर्स कंपनियों के खिलाफ उपभोक्ता की तरफ से लगातार शिकायत मिल रही थी और उसे ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने कंपनियों पर कार्रवाई की। उपभोक्ता मंत्रालय की तरफ से दिए गए नंबर पर किसी भी समय ग्राहक ई-कामर्स कंपनियों के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं। मंत्रालय ने पाया कि कई ई-कामर्स कंपनियों के उत्पादों पर इस बात का जिक्र नहीं किया जा रहा है कि वे मूल रूप से किस देश में बने हैं। पिछले साल सरकार की तरफ से बनाए गए नियमों के तहत यह जानकारी दिया जाना अनिवार्य है।

कई कंपनियों की साइट्स पर शिकायत निपटान अधिकारी का मोबाइल नंबर, ई-मेल जैसी जानकारी भी नहीं दी जा रही है। जबकि उपभोक्ता कानून के तहत इन नियमों का पालन भी अनिवार्य है, ताकि जरूरत के समय उपभोक्ता कंपनी तक अपनी शिकायत पहुंचा सके। इस मामले में ई-कामर्स कंपनियों की दलील होती है कि उनकी साइट्स पर सामान बेचने वालों को उत्पादों के मूल उत्पादन स्थान की जानकारी देने के लिए कह दिया गया है। ई-कामर्स प्लेटफार्म पर हजारों विक्रेता होते हैं और लाखों उत्पादों की बिक्री होती है। इसलिए सभी उत्पादों के मूल देश के जिक्र की जांच करना आसान नहीं है। मंत्रालय ने जांच में पाया कि कई विक्रेताओं ने वस्तुओं के उत्पादक देश की गलत जानकारी दे रखी थी।

त्योहारी सीजन होने की वजह से ई-कामर्स प्लेटफार्म के विक्रेता उत्पादों की आधी-अधूरी जानकारी दे रहे हैं जबकि उत्पाद संबंधी सभी जरूरी जानकारी देना उनके लिए अनिवार्य है। मंत्रालय ने सभी राज्यों से त्योहारी सीजन में बिकने वाले उत्पादों पर पूरी नजर रखने के लिए कहा है ताकि उपभोक्ता के साथ किसी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं हो सके।

ये हो रही अनदेखी

कई ई-कामर्स कंपनियां के उत्पादों पर इस बात का जिक्र नहीं किया जा रहा है कि वे मूल रूप से किस देश में बने हैं- कई कंपनियों की साइट्स पर शिकायत निपटान अधिकारी का मोबाइल नंबर, ई-मेल जैसी जानकारी भी नहीं है- कई विक्रेताओं ने वस्तुओं के उत्पादक देश की गलत जानकारी दे रखी थी, बहुत ने आधी-अधूरी जानकारी दी

कंपनियों का तर्क - कंपनियों की दलील है कि कौन सा उत्पाद किस देश में बना है, इसकी जानकारी देने के लिए उस उत्पाद की विक्रेता कंपनी से कह दिया गया है- ई-कामर्स साइट्स पर हजारों विक्रेता होते हैं और लाखों उत्पाद की बिक्री होती है, इसलिए सभी उत्पादों के मूल देश के जिक्र की जांच करना आसान नहीं है

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