सीपीएसई को चार महीने में खर्च करने होंगे 37,256 करोड़
सीपीएसई के कार्यो की समीक्षा करते हुए सीतारमण ने कहा कि आíथक विकास की गति को आगे बढ़ाने के लिए सीपीएसई द्वारा पूंजी खर्च करना महत्वपूर्ण है और इसे वित्त वर्ष 2020-21 तथा 2021-22 के लिए बढ़ाया जाना चाहिए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय सार्वजनिक कंपनियों को चालू वित्त वर्ष के पूंजीगत खर्च (कैपेक्स) के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अगले चार महीने में 37,256 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सीपीएसई के पूंजीगत खर्च की समीक्षा की। कोरोना काल में आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी के लिए इन कंपनियों के पूंजीगत खर्च को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
समीक्षा में यह बात सामने आई कि सीपीएसई ने गत 23 नवंबर तक 24227 करोड़ रुपए खर्च किए जबकि चालू वित्त वर्ष 2020-21 के लिए यह लक्ष्य 61483 करोड़ रुपये का है। ऐसे में लक्ष्य हासिल करने के लिए इन कंपनियों को अगले चार महीनों में 37,256 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। सीपीएसई के कार्यो की समीक्षा करते हुए सीतारमण ने कहा कि आíथक विकास की गति को आगे बढ़ाने के लिए सीपीएसई द्वारा पूंजी खर्च करना महत्वपूर्ण है और इसे वित्त वर्ष 2020-21 तथा 2021-22 के लिए बढ़ाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही तक 75 प्रतिशत कैपेक्स लक्ष्य और चौथी तिमाही तक 100 प्रतिशत से अधिक कैपेक्स लक्ष्य हासिल करने के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सीपीएसई को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वर्ष 2020-21 के लिए दी गई पूंजी राशि उचित तरीके से और समय सीमा में खर्च होगी। सीतारमण ने संबंधित विभागों के सचिवों से कैपेक्स लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए सीपीएसई के कार्य प्रदर्शन की निगरानी करने और इस संबंध में योजना बनाने को कहा।