Covid-19 की चुनौतियों से निपटने के लिए किराना दुकानदारों ने बदले कारोबार के तौर-तरीके, अपना रहे हैं डिजिटल टेक्नोलॉजी
कोरोना संकट से सुस्त पड़ चुके कारोबार में जान फूंकने और ऐसे मुश्किल वक्त में बचे रहने के लिए छोटी किराना दुकानें भी टेक्नोलॉजी की भरपूर मदद ले रही हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना संकट के दौर में देशभर में किराना दुकानें अनिवार्य वस्तुओं की आपूर्ति कर लोगों के लिए जीवनरेखा बनी रहीं हैं। एक रिपोर्ट का कहना है कि कोरोना संकट से सुस्त पड़ चुके कारोबार में जान फूंकने और ऐसे मुश्किल वक्त में बचे रहने के लिए छोटी किराना दुकानें भी टेक्नोलॉजी की भरपूर मदद ले रही हैं। कंसल्टेंसी फर्म ईवाई ने देश के पांच मेट्रो और सात छोटे शहरों (गैर-मेट्रो) में तरह-तरह के सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि वाले छोटे-बड़े किराना दुकानदारों से बातचीत करके यह रिपोर्ट तैयार की है।
'सेंटीमेंट्स ऑफ इंडिया - पल्स ऑफ द कंट्री, किरानाज' शीर्षक से जारी नवीनतम रिपोर्ट में ईवाई ने कहा है कि सर्वेक्षण में शामिल 40 प्रतिशत किराना दुकानदारों ने ऑनलाइन डिलिवरी कंपनियों और सप्लाई एजेंसियों के साथ जुड़ने की इच्छा जताई है। उनका मानना है कि इससे उन्हें कारोबार बढ़ाने के साथ-साथ ऐसे मुश्किल समय से पार पाने में भी मदद मिल सकती है।
सर्वेक्षण के बारे में ईवाई इंडिया के पार्टनर शशांक श्वेत (कस्टमर एक्सपीरिएंस एंड डिजाइन थिंकिंग) ने कहा, 'कोविड-19 महामारी के बीच किराना दुकानें गुमनाम नायकों की तरह सामने आई। उन्होंने एक बड़ी आबादी तक अनिवार्य वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की। किराना दुकानों ने ग्राहकों की बदलती मांगें पूरी करने की कोशिशों के साथ-साथ रोजना की आपूर्ति का भी इंतजाम किया।' उन्होंने कहा कि जिस तरह से इन किराना दुकानदारों ने इनोवेशन और डिजिटल टेक्नोलॉजी अपनाई, वह तारीफ के काबिल है। फिर वह चाहे डिजिटल लेनदेन हो, परिचालन के तौर-तरीके बदलना हो या फिर कोविड-19 का असर कम करने के लिए टेक्नोलॉजी अपनोन में लगने वाला समय कम करना हो, सब प्रशंसनीय हैं।
किराना दुकानों पर बढ़ा भरोसा
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक मेट्रो और गैर-मेट्रो शहरों, दोनों ही जगह के 20 प्रतिशत किराना दुकानदारों ने डिलिवरी और सप्लाई चेन में मदद के लिए डिजिटल एवं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं, इस महामारी ने लोगों का भरोसा स्थानीय और पास-पड़ोस की किराना दुकानों पर फिर से बढ़ाया है। मेट्रो शहरों में इन 79 प्रतिशत दुकानदारों ने महामारी के दौरान नए ग्राहक मिलने और छोटे शहरों में 50 प्रतिशत दुकानदारों ने नए ग्राहक आने की बात कही।