भारत-चीन तनाव के चलते Ant Group पेटीएम में अपनी 30 फीसद हिस्सेदारी बेचने पर कर रहा विचार: रिपोर्ट

चीन का ऐंट ग्रुप भारतीय डिजिटिल पेमेंट कंपनी पेटीएम में अपनी 30 फीसद हिस्सेदारी को बेचने पर विचार कर रहा है। भारत और चीन के बीच तनाव की स्थिति और सख्त प्रतिस्पर्धी परिदृश्य को देखते हुए ऐंट ग्रुप इस पर विचार कर रहा है।

By Pawan JayaswalEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 05:14 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 06:58 PM (IST)
भारत-चीन तनाव के चलते Ant Group पेटीएम में अपनी 30 फीसद हिस्सेदारी बेचने पर कर रहा विचार: रिपोर्ट
China's Ant Group considers Paytm stake sale

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। चीन का ऐंट ग्रुप (Ant Group) भारतीय डिजिटिल पेमेंट कंपनी पेटीएम में अपनी 30 फीसद हिस्सेदारी को बेचने पर विचार कर रहा है। भारत और चीन के बीच तनाव की स्थिति और सख्त प्रतिस्पर्धी परिदृश्य को देखते हुए ऐंट ग्रुप इस पर विचार कर रहा है। मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है। हालांकि, पेटीएम ने इस बात का खंडन किया है।

मामले से सीधे तौर पर जुड़े लोगों ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इस संभावित लेनदेन की वित्तीय जानकारी तैयार नहीं हुई है और अलीबाबा समर्थित ऐंट ग्रुप ने अभी तक कोई औपचारिक सेल प्रॉसेस लॉन्च नहीं की है।  

वहीं, सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉरपोरेशन द्वारा समर्थित पेटीएम की वैल्यू एक साल पहले इसकी ताजा निजी फंड रेजिंग राउंड के दौरान करीब 16 बिलियन डॉलर आंकी गई थी। इस वैल्यू के हिसाब से इस भारतीय कंपनी में ऐंट ग्रुप की हिस्सेदारी करीब 4.8 बिलियन डॉलर की है।

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पेटीएम ने किया खंडन

ऐंट ग्रुप और पेटीएम दोनों ने कहा है कि यह जानकारी सही नहीं थी। पेटीएम के एक प्रवक्ता ने कहा, 'हमारे किसी भी प्रमुख शेयधारक के साथ ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है और ना ही उनके शेयर बेचने से जुड़ी कोई योजना है।' इस तरह पेटीएम ने निवेशकों द्वारा शेयर बिक्री की रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है।

गौरतलब है कि पिछले महीने ऐंट ग्रुप का आईपीओ आया था। यह दुनिया का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता था, लेकिन इसके 37 बिलियन डॉलर के शेयरों की लिस्टिंग नाटकीय रूप से स्थगित हो गई थी। अब पेटीएम से ऐंट ग्रुप की संभावित निकासी ग्रुप के लिए एक और प्रतिकूल बात होगी। यह ऐंट ग्रुप का एक वैश्विक पेमेंट्स लीडर बनने की महत्वकांक्षा में एक कदम पीछे खिसकना होगा। सूत्रों ने अक्टूबर में रॉयटर्स को बताया था कि ऐंट ग्रुप विदेशों में कई ई-वॉलेट कंपनियों से अपना वित्तीय समर्थन कम कर रहा है।

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