शेयर बाजार में कोहराम, Sensex ने लगाया 1,939 अंक का गोता; ONGC, M&M, Axis Bank के शेयर बुरी तरह लुढ़के
शेयर बाजारों में शुक्रवार को जबरदस्त बिकवाली देखने को मिली। इस वजह से BSE Sensex 1939 अंक टूट गया और निफ्टी भी 14500 अंक के स्तर के नीचे आ गया। Sensex पर ओएनजीसी के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही।
मुंबई, आइएएनएस। शेयर बाजारों में शुक्रवार को जबरदस्त बिकवाली देखने को मिली। इस वजह से BSE Sensex 1,939 अंक टूट गया और निफ्टी भी 14,500 अंक के स्तर के नीचे आ गया। BSE 30 शेयरों पर आधारित इंडेक्स है और सभी 30 प्रमुख कंपनियों के शेयर लाल निशान के साथ बंद हुए। सेंसेक्स 1,939.32 अंक यानी 3.80 फीसद टूटकर 49,099.99 अंक के स्तर पर बंद हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी 568.20 अंक यानी 3.76 फीसद टूटकर 14,529.15 अंक के स्तर पर बंद हुआ। विश्लेषकों के मुताबिक वैश्विक स्तर पर भारी बिकवाली का दबाव भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिला।
BSE Sensex पर ओएनजीसी के शेयरों में सबसे ज्यादा 6.60 फीसद की गिरावट देखने को मिली। इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर में 6.35 फीसद, एक्सिस बैंक के शेयर में 5.98 फीसद, कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर में 5.96 फीसद, बजाज फिनजर्व के शेयर में 5.95 फीसद और पावरग्रिड के शेयर में 5.69 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। इनके अलावा एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, इंडसइंड बैंक और एसबीआई के शेयर भारी गिरावट के साथ बंद हुए।
इनके अलावा टेक महिंद्रा, एशियन पेंट, भारती एयरटेल, बजाज ऑटो, टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी, सन फार्मा, एचसीएल टेक, टाइटन, इन्फोसिस, हिन्दुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, डॉक्टर रेड्डीज, मारुति, एनटीपीसी और नेस्ले इंडिया के शेयर लाल निशान के साथ बंद हुए।
अन्य एशियाई बाजार भी भारी गिरावट के साथ बंद हुए। वहीं, अधिकतर यूरोपीय शेयर बाजारों में भी दोपहर के सत्र में गिरावट देखने को मिल रही थी।
शेयर बाजारों में भारी गिरावट की वजह
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कमजोर संकेत की वजह से शुक्रवार को भारी बिकवाली देखने को मिली। बॉन्ड से होने वाली आमदनी में बढ़ोत्तरी और अमेरिका-ईरान के बीच भूराजनीतिक तनाव से बाजार का सेंटिमेंट बुरी तरह प्रभावित हुआ।
उन्होंने कहा कि अब सोमवार को बाजार जीडीपी आंकड़ों के हिसाब से रिएक्ट करेगा। बॉन्ड से होने वाली आमदनी में वृद्धि दुनियाभर में शेयर बाजारों के लिए चिंता का एक प्रमुख विषय बना हुआ है। हालांकि, फेड द्वारा हाल में दिया गया बयान सुकून देने वाला है। घरेलू स्तर पर वाहनों के बिक्री, मैन्युफैक्चरिंग व सर्विसेज पीएमआई के आंकड़ों पर सबकी निगाहें हैं।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड की वाइस प्रेसिडेंट (मेटल, एनर्जी एंड करेंसी रिसर्च) सुगंधा सचदेवा ने कहा कि अमेरिकी बॉन्ड से होने वाली आमदनी की वजह से सिस्टम में बहुत अधिक लिक्विडिटी आने और उससे मुद्रास्फीति पर दबाव पड़ने की आशंका तेज हो गई है। सचदेवा ने कहा कि इससे इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि इकोनॉमी सामान्य होने की तरफ आगे बढ़ रही है।
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