2007 में इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय के बाद से ही खराब हुई Air India की किस्मत, हुआ 70,820 करोड़ का घाटा
सरकार ने 27 जनवरी 2020 को एयर इंडिया के लिए अभिरुचि पत्र (EOI) आमंत्रित की थी। दरअसल कोविड-19 महामारी के कारण कई बार समय सीमा को आगे बढ़ाया गया है और इस वजह से पहले ईओआई जमा करने की अंतिम तिथि 14 दिसंबर 2020 थी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। Air India को 31 मार्च, 2020 तक लगभग 70,820 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। एयरलाइन को वर्ष 2007 में इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय के बाद से भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने इस बाबत जानकारी दी है। एयर इंडिया के लिए इस बार वित्तीय बोलियां 15 सितंबर तक लगेंगी।
वीके सिंह ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि एयर इंडिया को विलय के बाद से भारी नुकसान हो रहा है और 31 मार्च, 2020 तक उसे लगभग 70,820 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
सरकार ने 27 जनवरी, 2020 को एयर इंडिया के लिए अभिरुचि पत्र (EOI) आमंत्रित की थी। दरअसल, कोविड-19 महामारी के कारण कई बार समय सीमा को आगे बढ़ाया गया है और इस वजह से पहले ईओआई जमा करने की अंतिम तिथि 14 दिसंबर, 2020 थी।
Indigo की सस्ती फ्लाइट
देश का आम नागरिक या RCS-उड़ान के तहत अभी तक भारत में 361 हवाई मार्गों का संचालन किया जा रहा है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि उड़ान योजना के तहत अब तक 361 हवाई मार्गों और 59 हवाई अड्डों (5 हेलीपैड और 2 एयरोड्रोम सहित) का संचालन किया जा चुका है। उड़ान योजना के तहत मंगलवार को मणिपुर की राजधानी इम्फाल और मेघालय की राजधानी शिलांग के बीच पहली सीधी उड़ान को संचालित किया गया। इस योजना के तहत शिलांग इम्फाल से जुड़ने वाला दूसरा शहर है। एयरलाइन कंपनी इंडिगो को इम्फाल-शिलांग मार्ग उड़ान के लिए अलॉट किया गया है।
इंडिगो अपने यात्रियों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर बेहतर लाभ दे रही रही है। इंडिगो ने अपने संचालन के 15 वर्ष पूरे कर लिए हैं और इस अवसर पर कंपनी ने अपने लिए यात्रियों को यह खास तोहफा देने का एलान किया है। इंडिगो ने बुधवार को अपने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन पर 915 रुपये से शुरू होने वाले किराए की पेशकश करते हुए तीन दिवसीय विशेष सेल की घोषणा की है। साथ ही यात्रियों को कार रेंटल की सेवा भी 315 रुपये की शुरुआती कीमत पर दी जाएगी।