लॉकडाउन से आने वाले 3 से 6 महीनों में ट्रैवल और टूरिज्म की 40 फीसद कंपनियां हो सकती हैं बंद: रिपोर्ट

रिपोर्ट के मुताबिक 81 फीसद ट्रैवल और टूरिज्म कंपनियों का राजस्व 100 फीसद तक खत्म हो चुका है। जबकि 15 फीसद कंपनियों का राजस्व 75 फीसद तक कम हो चुका है।

By NiteshEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 04:40 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 07:22 PM (IST)
लॉकडाउन से आने वाले 3 से 6 महीनों में ट्रैवल और टूरिज्म की 40 फीसद कंपनियां हो सकती हैं बंद: रिपोर्ट
लॉकडाउन से आने वाले 3 से 6 महीनों में ट्रैवल और टूरिज्म की 40 फीसद कंपनियां हो सकती हैं बंद: रिपोर्ट

नई दिल्ली, पीटीआइ। ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर में काम करने वाली लगभग 40 फीसद कंपनियां अगले 3 से 6 महीने में पूरी तरह से बंद होने के कगार पर हैं। जबकि लगभग 36 फीसद कंपनियों के अस्थायी बंद होने की संभावना है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। हालांकि, लॉकडाउन के दो महीने बाद घरेलू उड़ानों का संचालन शुरू होने पर भी इसमें कोई सुधार नजर नहीं दिखता। ये रिपोर्ट BOTT ने सात राष्ट्रीय संघों की साझेदारी आईओटीओ, टीएएआई, आईसीपीबी, एडीटीओआई, ओटीओएआई, एटीओएआई के साथ मिलकर तैयार किया है।

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रिपोर्ट के मुताबिक, 81 फीसद ट्रैवल और टूरिज्म कंपनियों का राजस्व 100 फीसद तक खत्म हो चुका है। जबकि 15 फीसद कंपनियों का राजस्व 75 फीसद तक कम हो चुका है। BOTT ट्रैवल सेंटीमेंट ट्रैकर की ओर से यह सर्वे 10 दिनों में 2,300 से अधिक ट्रैवल और पर्यटन व्यवसाय मालिकों और कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ ऑनलाइन किया गया था।

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कोरोना महामारी से ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा है, और अगले 3 से 6 महीनों में 40 फीसद कंपनियों के पूरी तरह से बंद होने की संभावना है, जबकि 35.7 फीसद अस्थायी तौर पर बंद हो सकते हैं।

सर्वे के मुताबिक, 38.6 फीसद ट्रैवल कंपनियां नौकरी में कटौती करने जा रही हैं, और अन्य 37.6 फीसद कंपनियां अनिश्चितता की स्थिति में हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रैवल एंड टूरिज्म सेक्टर बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है। इसको COVID-19 के प्रकोप के कारण भारी नुकसान उठाया है, जिस पर निर्भर लाखों लोग इस पर भारी नुकसान और नौकरी में कटौती कर रहे हैं।

इस सर्वे ने इस आशंका की और पुष्टि की है कि यात्रा कंपनियां नौकरी में कटौती, वेतन में कटौती के रूप में वर्कफाॅर्स के समायोजन और अनुबंधों को समाप्त करने के अलावा आंशिक और पूर्ण रूप से बंद कर रही हैं।

ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष ज्योति मयाल ने कहा, 'यह एक अभूतपूर्व स्थिति है और सरकार को हजारों कंपनियों के अस्तित्व के लिए कुछ राहत पर विचार करना चाहिए।' 

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