अप्रैल-अक्टूबर तिमाही के दौरान पकड़े गए 29,088 करोड़ रुपये की कर चोरी के मामले

सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी के संदर्भ में डीजीजीआई ने ऐसे 119 मामलों का पता लगाया है जिनमें 1,553 करोड़ रुपये की कर चोरी हुई है

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 05:14 PM (IST) Updated:Thu, 22 Nov 2018 08:59 AM (IST)
अप्रैल-अक्टूबर तिमाही के दौरान पकड़े गए 29,088 करोड़ रुपये की कर चोरी के मामले
अप्रैल-अक्टूबर तिमाही के दौरान पकड़े गए 29,088 करोड़ रुपये की कर चोरी के मामले

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वित्त मंत्रालय की जांच शाखा ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्टूबर अवधि के दौरान 29,088 करोड़ रुपये की कर चोरी के 1,835 मामलों का पता लगाया है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है।

इनमें से, जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) के महानिदेशालय, जो अप्रत्यक्ष कर चोरी की जांच के लिए प्रवर्तन एजेंसी है, ने 4,562 करोड़ रुपये की कर चोरी के 571 मामलों का पता लगाया है। हालांकि कर चोरी के अधिकांश मामले सर्विस टैक्स के जरिए सामने आए हैं। ऐसे मामलों की संख्या जिसमें सर्विस टैक्स को बचाया गया है 1,145 करोड़ रुपये रही है जिसमें 22,973 करोड़ रुपये की कर चोरी की गई है।

वहीं सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी के संदर्भ में डीजीजीआई ने ऐसे 119 मामलों का पता लगाया है जिनमें 1,553 करोड़ रुपये की कर चोरी हुई है। एक अधिकारी ने बताया, "डीजीजीआई ने अप्रैल से अक्टूबर की अवधि के दौरान कुल 29,088 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का पता लगाया है।"

अधिकारी ने आगे बताया कि कर चोरी का जो डेटा सामने आया है वास्तविक स्वरूप में वह उससे ज्यादा हो सकता है क्योंकि इस डेटा में केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के फील्ड ऑफिसेज की ओर से पता लगाया गया डेटा शामिल नहीं है। बचाए गए करों की रिकवरी के संबंध में अधिकारी ने कहा कि अक्टूबर तक सात महीने की अवधि के दौरान कुल 5,427 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी।

chat bot
आपका साथी