बिना CIBIL स्‍कोर की टेंशन के फटाफट मिलेगा शॉर्ट टर्म लोन, अपनाएं ये तरीका

गोल्ड लोन लेने के लिए इनकम प्रूफ और क्रेडिट स्कोर की कोई भी आवश्यकता नहीं होती है। इसको चुकाने की भी कोई सीमित अवधि नहीं होती है

By Sajan ChauhanEdited By: Publish:Fri, 17 May 2019 05:28 PM (IST) Updated:Mon, 20 May 2019 09:45 AM (IST)
बिना CIBIL स्‍कोर की टेंशन के फटाफट मिलेगा शॉर्ट टर्म लोन, अपनाएं ये तरीका
बिना CIBIL स्‍कोर की टेंशन के फटाफट मिलेगा शॉर्ट टर्म लोन, अपनाएं ये तरीका

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पैसे की जरूरत किसी को कभी भी पड़ सकती है, कई बार लोगों को शॉर्ट टर्म के लिए पैसों की जरूरत पड़ती है और ऐसे में पैसा नहीं होने पर क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर लिया जाता है। क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल हर जगह नहीं किया जा सकता है, कई जगहों पर कैश पेमेंट की ही आवश्यकता होती है जैसे स्कूल की फीस, मेडिकल बिल या ऐसी कोई अन्य जरूरत आदि। ऐसी स्थिति में अगर क्रेडिट स्कोर ठीक नहीं है तो पर्सनल लोन भी नहीं मिल पाता है तो गोल्ड लोन ही सबसे ज्यादा काम आता है। गोल्ड लोन लेने के लिए इनकम प्रूफ और क्रेडिट स्कोर की कोई भी आवश्यकता नहीं होती है। इसको चुकाने की भी कोई सीमित अवधि नहीं होती है, इसे जितनी जल्दी संभव हो चुका सकते हैं या अपनी सुविधा के अनुसार बाद में भी इसे चुकाया जा सकता है।

कम समय के लिए पैसे की जरूरत को गोल्ड लोन लेकर पूरा किया जा सकता है। जैसे आपको 2 साल के लिए लोन चाहिए तो आप गोल्ड ज्वेलरी के बदले लोन ले सकते हैं और इस राशि का भुगतान मासिक ईएमआई के जरिए कर सकते हैं और कई कंपनियां एक साथ भी भुगतान लेती हैं। आइए, गोल्ड लोन लेने से पहले इसके प्रोसेस के बारे में जानते हैं।

गोल्ड लोन लेने का प्रोसेस

सबसे पहले एक गोल्ड लोन देने वाले संस्थान (NBFC या Bank) में जाएं केवाईसी डॉक्यूमेंट और वैल्यूएशन के लिए गोल्ड की ज्वेलरी दें वेल्यूएशन के बाद लोन देने वाली कंपनी आपको अधिकतम लोन अमाउंट और वर्तमान स्कीम के बारे में बताएगी जितने अमाउंट की आपको जरूरत है उसके बारे में उन्हें बताए और कितने समय के लिए चाहिए यह भी बताएं। अधिकतम 75 फीसद एलटीवी (लोन टु वैल्‍यू) तक लोन लिया जा सकता है। आप चाहें तो एक सीमा तक लोन अमाउंट को कैश में ले सकते हैं और अमाउंट को बैकं अकाउंट में आईएमपीएस / एनईएफटी / आरटीजीएस के जरिए ट्रांसफर कर सकते हैं। पैसा कलेक्ट करने की रसीद लीजिए ब्याज का नियमित रूप से भुगतान करते रहना चाहिए, क्योंकि कई कंपनियां ब्याज पर ब्याज लगाती हैं। मैच्योरिटी के वक्त बकाया राशि का पूरा भुगतान करें और अपनी ज्वेलरी को वापस लें। 

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