Cash के बजाय ऑनलाइन ज्यादा पेमेंट कर रहे भारतीय, RBI इंडेक्स में 30 फीसद की बढ़ोतरी
Covid 19 महामारी और इससे जुड़ी पाबंदियों ने देश में डिजिटल लेनदेन (Digital Payments in India) को बढ़ावा दिया है। Online payment को तेजी से अपनाने का एक संकेतक Reserve Bank of India का डिजिटल भुगतान सूचकांक है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Covid 19 महामारी और इससे जुड़ी पाबंदियों ने देश में डिजिटल लेनदेन (Digital Payments in India) को बढ़ावा दिया है। Online payment को तेजी से अपनाने का एक संकेतक Reserve Bank of India का डिजिटल भुगतान सूचकांक है। पिछले कुछ सालों में मध्यम गति से आगे बढ़ने के बाद, मार्च 2020 और मार्च 2021 के बीच सूचकांक में 30 प्रतिशत की तेजी से उछाल आया है।
महामारी एक कारण है, जिसकी वजह से लोग डिजिटल भुगतान तंत्र को तेजी से पसंद कर रहे हैं। लेकिन डिजिटल भुगतान के बुनियादी ढांचे में सुधार ने भी इस अडॉप्शन को आगे बढ़ाया है।
डिजिटल भुगतान सूचकांक
आरबीआई ने पहले मार्च 2018 के साथ एक समग्र भारतीय रिजर्व बैंक – डिजिटल भुगतान सूचकांक (आरबीआई-डीपीआई) के निर्माण की घोषणा की थी, जो देश भर में भुगतानों के डिजिटलीकरण का आधार था।
डिजिटल भुगतान को आगे बढ़ाने का सूचकांक
शीर्ष बैंक ने एक बयान में कहा कि आरबीआई-डीपीआई सूचकांक ने हाल के वर्षों में देश भर में तेजी से अडॉप्शन और डिजिटल भुगतान को आगे बढ़ाने का प्रतिनिधित्व करने वाले सूचकांक में महत्वपूर्ण वृद्धि का प्रदर्शन किया है।
मार्च 2021 में बढ़कर 270.59
मार्च 2018 से शुरू होकर, मार्च 2019 में सूचकांक 153.47, सितंबर 2019 में 173.49 मार्च 2020 में 207.84, सितंबर 2020 में 217.74 और मार्च 2021 में बढ़कर 270.59 हो गया।