वन्यजीवों से बचाव को जागरूकता अभियान चलाएंगे युवा
टाइगर रिजर्व के जानवरों के रिहायशी इलाके में भ्रमण करने से लोग भयभीत हैं। ऐसे जानवरों के हमले से लोगों को निजात मिले इसके लिए डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (वर्ल्ड वाइल्ड फंड) ने जंगल से सटे गांवों में निवास करने वाले युवकों को ट्रेनिग देने के बाद सामग्री उपलब्ध कराई है।
बगहा । टाइगर रिजर्व के जानवरों के रिहायशी इलाके में भ्रमण करने से लोग भयभीत हैं। ऐसे जानवरों के हमले से लोगों को निजात मिले, इसके लिए डब्ल्यूडब्ल्यूएफ (वर्ल्ड वाइल्ड फंड) ने जंगल से सटे गांवों में निवास करने वाले युवकों को ट्रेनिग देने के बाद सामग्री उपलब्ध कराई है। इसके सहारे इन युवाओं की टोली वन्य जीवों को जंगल की ओर खदेड़ सकेगी।
वरीय प्रबंधक कमलेश मौर्य ने बताया कि गांवों में बैठक कर एक प्राइमरी रिस्पांस टीम बनाई गई है, जो लोगों को जागरूक करेगी। इस अभियान के तहत टीम में शामिल युवकों द्वारा लोगों को जानकारी दी जाएगी कि जंगल के अंदर प्रवेश नहीं करें। लोगों के प्रवेश के कारण ही जानवर हिसक होकर बाहर निकल रहे। बताया जाता है कि टीम को दस पार्ट में बांटकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का आदेश दिया गया है। सभी वन क्षेत्रों में अलग-अलग टीम बनाई जा रही। टीम की पहचान के लिए टी शर्ट, टोपी, मेगाफोन, किट आदि भी दी गई है। टीम को आदेश दिया गया कि विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई सभी सामग्री साथ लेकर चलें, जिससे कि समय आने पर उसका उपयोग किया जा सके। नौतनवा में पीआरटी गठित, सुरक्षा उपकरणों से किया गया लैस
गोबर्द्धना, संसू: मानव और जंगली जानवरों के संघर्ष की घटनाएं दिनों दिन बढ़ने लगी हैं। इसको ध्यान में लेकर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व और डब्लूडब्लूएफ की ओर से वनवर्ती गांवों में बैठक कर प्राइमरी रिस्पांस टीम (पीआरटी) का गठन किया जा रहा।
इस टीम में रिहायशी इलाकों के युवाओं को शामिल किया जा रहा है। इसी क्रम में रघिया जंगल के समीप के नौतनवा गांव के 13 युवा सदस्यों की टीम का गठन गुरुवार को किया गया। ये सभी युवा स्वेच्छा से इस टीम में शामिल हुए है। वन्यजीवों और जंगल को बचाने में युवाओं की अहम भूमिका रहेंगी। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के परियोजना पदाधिकारी बांकेलाल प्रजापति और रघिया वन कार्यालय के रेंजर रहीमुद्दीन अहमद ने जंगल और वन्यजीवों की सुरक्षा के उपयोग में आने वाली सभी जरूरत की चीजें उपलब्ध कराईं। इन सदस्यों ने वनवर्ती गांव के लोगों को बैनर, ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से सावधानियां बरतने के बारे में बताया। बताया गया कि रात में अकेले न घूमे, समूह में रहें। बच्चों को अपनी देखरेख में रखें, अकेला नहीं छोड़े। घर के आसपास रोशनी रखें। शौच के लिए बाहर नहीं जाएं, घर में शौचालय बनवाएं। मवेशियों को जंगल में नहीं छोड़े, अपने घर और खेत में ही रखें। मरे हुए शिकार के पास नहीं जाएं। तत्काल वनविभाग को सूचित करें।