जमुनिया में दंगल प्रतियोगिता में पहलवानों ने दिखाया दमखम
लौरिया, कुश्ती हमारी संस्कृति की धरोहर है। इसे जीवंत रखना आवश्यक है। कुश्ती से युवा चुस्त व दुरुस्त रहते हैं।
बेतिया। लौरिया, कुश्ती हमारी संस्कृति की धरोहर है। इसे जीवंत रखना आवश्यक है। कुश्ती से युवा चुस्त व दुरुस्त रहते हैं। वहीं दंगल के आयोजन से स्थानीय पहलवानों सहित नई पीढ़ी को प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है। दंगल के दौरान राजद नेता रणकौशल प्रताप ¨सह उर्फ गुड्डू ¨सह ने कही। दंगल के मुख्य अतिथि रणकौशल प्रताप ¨सह उर्फ गुड्डू ¨सह, पूर्व जिप अध्यक्ष अमर यादव, अर्थराज यादव, महेंद्र भारती द्वारा संयुक्त रूप से फीता काट कर किया गया। वहीं दंगल के आयोजन समिति के अध्यक्ष मनोज यादव, सचिव कृष्ण मोहन यादव, उपाध्यक्ष सुरेन्द्र यादव, लालबाबू यादव, रामबाबू यादव सहित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।