सावन महीना में घर पर ही भगवान शिव की पूजा करें, पूरी होगी मन्नत
बगहा। सत्यमशिवम सुंदरम भगवान भोलेनाथ भावना के भूखे हैं।उनकी पूजा कहीं भी रहकर की जा सकती है।
बगहा। सत्यम,शिवम सुंदरम भगवान भोलेनाथ भावना के भूखे हैं।उनकी पूजा कहीं भी रहकर की जा सकती है।
ज्योतिषाचार्य पंडित रिपुसूदन द्विवेदी ने बताया कि कोरोना संक्रमण को ले ,सावन मास में शिव भक्त अब घर पर ही पूजा करेंगे।लोक कल्याणकारी भूत भावन शंकर भगवान की पूजा का शास्त्रों के मुताबिक बड़ा महत्व माना जाता है। इस मौसम में भोलेनाथ की आराधना करने से सारी मनोकामनाओं पूर्ण होती है। देश में सावन के महीने को एक त्योहार की तरह मनाया जाता है और इस परंपरा को लोग सदियों से निभाते चले आ रहे हैं.। सावन का विशेष महत्व पौराणिक कथाओं के अनुसार सावन मास में ही समुद्र मंथन हुआ था । जिसमे निकले हलाहल विष को भगवान शिव ने ग्रहण किया जिस कारण उन्हें नीलकंठ का नाम दिया गया। इसके बाद सभी देवताओं ने उन पर जल डाला था । इसी कारण शिव अभिषेक में जल का विशेष स्थान हैं। वर्षा ऋतु के चौमासा में भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते है व इस वक्त पूरी सृष्टि भगवान शिव के अधीन हो जाती हैं। अत: चौमासा में भगवान शिव को प्रसन्न करने हेतु भगवान शिव की पूजा अनिवार्य माना गया है।