रैक प्वाइंट पर ठेकेदारी के वर्चस्व से मजदूरों के चूल्हे पर आफत

बेतिया। कुमारबाग रैक प्वाइंट पर माल उतारने की ठेकेदारी के दो गुटों के वर्चस्व में मजदूरों के घर में चूल्हे पर आफत आ गई है। कई ऐसे मजदूर है जिनके घरों में चूल्हा रैक प्वाइंट की मजदूरी से जलती है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Nov 2019 12:08 AM (IST) Updated:Sat, 16 Nov 2019 06:16 AM (IST)
रैक प्वाइंट पर ठेकेदारी के वर्चस्व से मजदूरों के चूल्हे पर आफत
रैक प्वाइंट पर ठेकेदारी के वर्चस्व से मजदूरों के चूल्हे पर आफत

बेतिया। कुमारबाग रैक प्वाइंट पर माल उतारने की ठेकेदारी के दो गुटों के वर्चस्व में मजदूरों के घर में चूल्हे पर आफत आ गई है। कई ऐसे मजदूर है जिनके घरों में चूल्हा रैक प्वाइंट की मजदूरी से जलती है। लेकिन कुमारबाग में जब-जब रैक का माल आता है, यहां बवाल शुरू हो जाती है। मजदूर रामशरण राम, संजय राम , मनोज, राधेश्याम, हरिहर आदि ने बताया कि जब रैक प्वाइंट कुमारबाग में स्थापित हुआ तो स्थानीय मजदूरों में खुशी की लहर दौड़ गई। क्योंकि यहां के मजदूर बेतिया में काम करने के लिए जाते थे। जब रैक प्वाइंट यहां आ जाएगा तो काम करने में सुविधा होगी। लेकिन हालात बदल गए हैं। इस रैक प्वाइंट के भरोसे घर का चूल्हा नहीं जलेगा। कोई दूसरा काम ही करना होगा। क्योंकि यहां जब रैक आता है तो गोली - बंदूक निकल जाती है।

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चारों ओर छाया था धुंध

शुक्रवार की सुबह करीब 06 बजे कुमारबाग स्टेशन पर दूसरा रैक पहुंचा। मजदूर रैक पर माल उतारने पहुंचे, लेकिन तब-तक बवाल शुरू हो गई। मजदूर भागने लगे। हालांकि घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीओ और एसडीपीओ के नेतृत्व में चनपटिया अंचलाधिकारी, राजीव नयन पांडेय, बीडीओ दिनबंधु दिवाकर सदर इंस्पेक्टर राकेश कुमार सहित नगर, मुफस्सिल, चनपटिया, योगापट्टी, नवलपुर सहित आधे दर्जन से ज्यादा थाने की पुलिस घटना स्थल पर पहुंची, तब स्थिति को नियंत्रित किया गया। बाद में पुलिस की देखरेख में रैक से माल उतारा जाने लगा।

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पहली बार रैक आने पर भी हुआ था बवाल

रैक प्वाइंट बेतिया से कुमारबाग स्थानांतरण होने के बाद पहली बार 20 सितंबर को जब दुमका से 58 बोगी गिट्टी कुमारबाग रैक प्वाइंट पर पहुंचा था, तब भी माल उतारने को लेकर बवाल हुआ था। रैक से जुड़े बेतिया के लोग माल उतारना चाह रहे थे, जबकि स्थानीय मजदूर खुद माल उतारने के फिराक में थे। इसको लेकर दोनों पक्ष उलझ गए थे। घटना की सूचना पर एसडीओ, एसडीपीओ सहित कई थाने की पुलिस पहुंची थी। बाद में स्थानीय पूर्व मुखिया प्रमोद सिंह ने माल उतरवाया था। दूसरी बार शुक्रवार को पाकुड़ से 56 बोगी गिट्टी पहुंचा। तब भी माल उतरवाने को लेकर बवाल हुआ। रेलवे व पुलिस पदाधिकारियों ने बताया कि पहली बार रैक उतारने का ठेका प्रमोद सिंह को मिला था, जबकि दूसरी बार जिसने रैक मंगाई थी, उसने माल उतारने का ठेका संजय कुमार मिश्र को दिया था। इस कारण संजय के मजदूरों को माल उतारने की अनुमति दी गई।

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कोट --

रैक प्वाइंट पर माल उतारने को लेकर कुछ विवाद हुआ था। जिसे खत्म कर दिया गया है। मजदूरों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो। इसका ध्यान रखा जाएगा। अभी माल उतारा जा रहा है।

-- विद्यानाथ पासवान, एसडीएम , बेतिया

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