निर्जला उपवास रख पति की लंबी उम्र की कामना की
बगहा। सुहागिनों का महत्वपूर्ण त्योहार करवा चौथ रविवार को संपन्न हो गया। सुहागिन महिलाओं ने पूरा दिन निर्जला उपवास का व्रत कर चांद निकलने पर अर्घ्य के पश्चात पति के हाथ जल ग्रहण कर व्रत को तोड़ा।
बगहा। सुहागिनों का महत्वपूर्ण त्योहार करवा चौथ रविवार को संपन्न हो गया। सुहागिन महिलाओं ने पूरा दिन निर्जला उपवास का व्रत कर चांद निकलने पर अर्घ्य के पश्चात पति के हाथ जल ग्रहण कर व्रत को तोड़ा। उससे पहले करवा चौथ की कथा सुनी। सुबह से ही महिलाओं का समूह पूजा अर्चना के साथ सोलह श्रृंगार के साथ नव परिधान में सजकर तैयार रही। शाम होते ही उनका ध्यान चंद्रमा की ओर उनके उदय की प्रतीक्षा में लग गया। इस अवसर पर कई जगह आसपास की पड़ोस में रहने वाली महिलाओं ने एक दूसरे का साथ देते हुए समूह में कथा सुनने व पूजा करने का आनंद लिया। जो बाद में पति के साथ अर्घ्य में भी शामिल हुईं।
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दुकानों पर रही भीड़
दूसरी ओर करवा चौथ को लेकर बाजार में श्रृंगार के सामान की दुकानों पर भीड़ रही। कई महिलाएं साड़ी खरीदने में व्यस्त रही तो कइयों ने सोने चांदी के गहने आदि भी खरीदे। दुकानदार संजय सोनी ने बताया कि इस वर्ष मंदी का दौर होने के कारण चांदी निर्मित कारवा के खरीदार की संख्या कम रही। सिंह मार्केट के दीपक जयसवाल ने बताया कि करवा चौथ पर जिस स्तर की खरीदारी होनी चाहिए। वह नहीं हो सकी। त्योहार के अवसर पर बाजार में इतनी उदासी विगत दो सालों से दिख रही है। कुछ नव विवाहित जोड़ों के द्वारा व आर्थिक रूप से संपन्न महिलाओं के द्वारा औपचारिकता पूरी करने के लिए कुछ खरीदारी की गई है। वहीं नव विवाहित महिलाओं ने मेहंदी रचवाई। हालांकि इस साल सबसे अधिक खरीदार करवा की खरीद करते पाए गए। जो कुम्हारों द्वारा निर्मित कारवा (मिट्टी का मटका जैसा पात्र) की इस वर्ष बिक्री हुई।