कब बनेगा गोबरहिया थाने का मॉडल भवन, मंजूरी मिलने के बाद भी नहीं शुरू हुआ काम
गोबरहिया पुलिस उग्रवादियों से अपनी और लोगों की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद है। उससे भी अधिक फिक्र उनको अपने ही बैरक में पानी टपकने से है।
बगहा । गोबरहिया पुलिस उग्रवादियों से अपनी और लोगों की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद है। उससे भी अधिक फिक्र उनको अपने ही बैरक में पानी टपकने से है।
बारिश शुरू होते ही वहां के जवान बिछावन के ऊपर प्लास्टिक ढ़क कर अपना बचाव करते हैं। लंबे समय से भवन के निर्माण की बात चल रही है। पिछले दिनों अंचल से इसके नए भवन के निर्माण को लेकर जो भूमि चयनित कर प्रस्ताव भेजा गया था । उसे जिला कार्यालय से मंजूरी मिल चुकी है। जवानों से मिली सूचना अनुसार वर्षों पहले आधुनिक साज सज्जा से इसके मॉडल थाना का भवन निर्माण शुरू हुआ। काफी जोरशोर से इसे बनाया गया। जो एक मंजिला बनाकर बीते सात वर्षों से अधूरा हैं। नतीजतन जैसे ही इस थाने का सिपाही और पुलिस पदाधिकारी यहां आकर पदभार संभालता है। उसे अपराधियों के साथ ही अपने जान की भी फिक्र भी होती हैं। मामूली वर्षा के बाद से ही थाने का बैरक टपकने लगता है। नतीजा सिपाही और पदाधिकारी अपने बिछावन के ऊपर प्लास्टिक टांगते हैं।
इस बाबत गोबरहिया के थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि हमारे थाना परिसर में स्थित पुलिस पदाधिकारियों का भवन कमरों की छत की हालत जर्जर हो गई हैं। इनकी छत मामूली वर्षा से टपकने लगती है। यहां आधुनिक थाना भवन का निर्माण भी एक मंजिल पर रोक दिया गया। तब से हमने इसकी फिर से शुरुआत हो। बहुत कोशिश की। लेकिन अभी तक की सारी कोशिशें व्यर्थ रही।