सोख्ता गड्ढा से जल संरक्षण की कवायद

बगहा । पानी की बर्बादी रोकने व जल संरक्षण के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। पानी की बूंद-बूंद कीमती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 11:25 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 11:25 PM (IST)
सोख्ता गड्ढा से जल संरक्षण की कवायद
सोख्ता गड्ढा से जल संरक्षण की कवायद

बगहा । पानी की बर्बादी रोकने व जल संरक्षण के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। पानी की बूंद-बूंद कीमती है। इसके लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है, ताकि आने वाले समय में पानी की किल्लत से जूझना नहीं पड़े। यह कार्य अब प्रखंड में भी शुरू हुआ है। पिछले साल जल-जीवन-हरियाली के तहत तालाब, पइन, आहर आदि की साफ सफाई की गई थी। अब ग्रामीण क्षेत्रों के चापाकलों से पानी की बर्बादी को रोका जा रहा है। वाटर लेबल मेंटेन रहे, इसके लिए सोख्ता गड्ढा का निर्माण हो रहा है। हालांकि, पंचायत चुनाव के कारण यह कार्य कुछ दिनों से बाधित है, लेकिन इस पर काम दिसंबर के बाद से फिर से आरंभ हो जाएगा। इससे पानी की बर्बादी पर रोक लगेगी। साथ हीं पानी का उपयोग हो सकेगा। अभी यह कार्य सार्वजनिक चापाकलों पर हो रहा है। यह कार्य प्रखंड की सभी पंचायतों में मनरेगा से कराया गया है। प्रथम चरण में 38 जगहों पर कार्य पूरा करा लिया गया है। इसके लिए प्रत्येक पंचायत में 15-15 सोख्ता गड्ढा बनाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रखंड की सभी पंचायतों में निर्माण

सोख्ता गड्ढा का निर्माण प्रखंड की सभी 18 पंचायतों में कराया गया है। इसमें तौलाहा, परसौनी, बगही, गुदगुदी, भावल, डैनमरवा, मनचंगा, मठिया, सबेया, सोनखर, सपही, बनकटवा, जोगिया, खटौरी समेत अन्य पंचायत शामिल है। अबतक कुल 38 तैयार हो चुके हैं। अन्य जगहों पर भी शीघ्र कार्य होगा। बयान : जल संरक्षण के उद्देश्य से जल-जीवन-हरियाली के तहत सोख्ता गड्ढा निर्माण का कार्य सभी पंचायतों में हुआ है। सभी पंचायतों में सार्वजनिक चापाकलों के पास इस गड्ढे का निर्माण कराना है। पंचायत चुनाव के बाद इस पर कार्य फिर से आरंभ होगा। अरविद कुमार सिंह, कार्यक्रम पदाधिकारी

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