जलजमाव से कराह रहे गांव

बेतिया । प्रखंड के सुखलही पंचायत में विकास कार्य तो बहुत हुए । लेकिन कार्यों को लेकर ²ढ़इच्छाशक्ति की कमी के कारण अभी भी पंचायत के अधिकांश गांव जलजमाव से कराह रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 11:30 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 11:30 PM (IST)
जलजमाव से कराह रहे गांव
जलजमाव से कराह रहे गांव

बेतिया । प्रखंड के सुखलही पंचायत में विकास कार्य तो बहुत हुए । लेकिन कार्यों को लेकर ²ढ़इच्छाशक्ति की कमी के कारण अभी भी पंचायत के अधिकांश गांव जलजमाव से कराह रहे हैं। गली- नाली एवं नल जल योजना के कार्यों में भी पारदर्शिता नहीं दिखी। मनरेगा योजना से एक खास स्कूल की बाउंड्री कराई गई। जबकि पंचायत के अन्य गांवों का अपेक्षित विकास नहीं हुआ। पंचायत 13 वार्डों में बटा है। पंचायत की आबादी करीब 22 हजार हैं। पंचायत के अंतर्गत धोवनी, अशोकवा, पिपरा संतपूर, अहीरवलीया, गौरीपूर, सुखलही आदि प्रमुख गांव है। मैनाटांड़ - मथुरा मुख्यपथ पंचायत को दो हिस्सों में बांटती है। विगत 5 वर्षों में पंचायत में विकास का काफी काम हुआ है। कई सड़कें और गलियां चकाचक हो गई है। नालियों का निर्माण हुआ है। बावजूद अभी भी रोजी रोजगार यहां के लोगों के लिए सपना ही बना हुआ है। उच्च शिक्षा के लिए पलायन छात्रों की मजबूरी है। सरकार की महत्वकांक्षी नल जल योजना पूरी तरह कारगर नहीं है। ग्रामीण नबीहसन शेख का कहना है कि 5 वर्षों में विकास का काम हुआ है। लेकिन अभी भी कई समस्याएं बरकरार है। होदा शेख का कहना है कि नरकटियागंज जाने के लिए जो पुल पड़ता है। वह जर्जर है जिससे अनुमंडल मुख्यालय जाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता है।

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जलजमाव बड़ी समस्या

पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों और जब सड़कों पर जलजमाव यहां की एक बड़ी समस्या है। वसीर शेख, शेख जुलफकार, पन्नालाल कुशवाहा, प्रेम प्रसाद कुशवाहा, अच्छेलाल पटेल, रामाशिष गिरी, बिहारी दास, रंजीत कुशवाहा आदि बताते हैं कि बरसात के दिनों में सुखलही, अशोकवा एवं धोबीन के सड़क पर हमेशा पानी लगा रहता है। रोजी रोजगार के लिए भी यहां कोई व्यवस्था नहीं है। स्मार्ट पंचायत का सपना अधूरा है।

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बोले लोग : फोटो- 4

पंचायत में अभी भी युवाओं को रोजगार मुहैया नहीं होता है। रोजगार की तलाश में युवा पलायन कर रहे है। मनरेगा योजना से भी काम के लिए दौड़ लगाना पड़ता है।

शत्रुघ्न प्रसाद कुशवाहा, ग्रामीण

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फोटो- 6

विगत 5 साल में पंचायत का विकास तो हुआ है, लेकिन अभी भी बरसात का पानी सड़कों पर लग जा रही है। जिससे आवागमन में परेशानी होती है। इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है।

मुस्तफा मियां , ग्रामीण

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फोटो- 5

पंचायत में बहुत सारे जगह अभी भी लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिलता है। कुछ वार्ड को छोड़कर ज्यादातर वार्डो में नल जल से पानी मिल रही है। यह योजना भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गई।

सुशील पासवान , ग्रामीण

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पंचायत एक नजर में

कुल आबादी -- 20000

वार्डों की संख्या -- 13

स्कूल -- 07

आंगनबाड़ी केंद्र --08

जन वितरण दुकान -- 04

पशु चिकित्सालय --00

उपस्वास्थ्य केंद्र -- 01

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कोट--

फोटो- 03

विगत पांच वर्षों में पंचायत का काफी विकास हुआ है। सड़कें, नालियां बनवाई गई है। विभिन्न योजनाओं के तहत काम हुआ है। अभी और विकास की आवश्यकता है। किसानों के लिए पटवन एक बड़ी समस्या है। इसको लेकर परियोजना बनी है।

शेषनाथ प्रसाद मुखिया प्रतिनिधि , सुखलही पंचायत, मैनाटांड़

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