एक-एक बूंद को तड़प रहे ग्रामीण तो कहीं बर्बाद हो रहा पानी

बेतिया। सरकार पानी और पर्यावरण को बचाने के लिए जल जीवन और हरियाली अभियान चला रही है। इसके तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन भी हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 11:34 PM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 11:34 PM (IST)
एक-एक बूंद को तड़प रहे ग्रामीण तो कहीं बर्बाद हो रहा पानी
एक-एक बूंद को तड़प रहे ग्रामीण तो कहीं बर्बाद हो रहा पानी

बेतिया। सरकार पानी और पर्यावरण को बचाने के लिए जल जीवन और हरियाली अभियान चला रही है। इसके तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन भी हो रहा है। बात जब बॉर्डर इलाके के भिखनाठोरी और भतूजला गांव की हो तो पानी की किल्लत से इन गांवों को मुक्ति नहीं मिली। लेकिन धमौरा पंचायत मुख्यालय गांव में ही विद्यालय भवन के पास नल का पानी बेकार हो रहा है। जरूरत के अनुसार पानी के उपयोग के लिए चंद रुपये में हो सकने वाली व्यवस्था भी यहां किसी को अब तक नहीं सूझी। बता दें कि गौनाहा प्रखंड के धमौरा पंचायत मुख्यालय गांव के समीप राजकीय अनुसूचित जनजाति आवासीय बालिका उच्च विद्यालय है। वार्ड संख्या चार में अवस्थित इस विद्यालय के बगल मे सड़क के समीप पानी लगातार बर्बाद हो रहा है। पिछले एक साल से बर्बाद हो रहे पानी के लिए कोई पूछने वाला भी नहीं है। जबकि इसी पंचायत में भिखनाठोरी वार्ड संख्या एक में शुद्ध पानी के लिए ग्रामीण आज भी तड़प रहे हैं। ग्रामीण सूरज कुमार, तपन महतो, शिव कुमार, रूपेश कुमार, रामयोध्या महतो, अमृत कुमार आदि ने बताया कि मुख्य सड़क के पास ही इस तरह से पानी की बर्बादी पिछले एक वर्ष से हो रही है। लेकिन इस पर न तो पंचायत प्रतिनिधि और न हीं प्रशासन का ध्यान है। उल्लेखनीय है कि यह पानी स्वत: धरती से निकलता है जिसे संग्रहित कर सप्लाई के लिए पाइप लगाया गया है। लेकिन नल को विस्तारित कर अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित नहीं किया जा रहा है। संबंधित विभाग भी इस सुविधा के विकास के प्रति अपना मुंह मोड़े हुए हैं। मुखिया रामबिहारी महतो ने बताया कि इस नल को आमजनों के लिए खुला छोड़ा गया है ताकि लोग स्नान कर सकें। पानी बर्बाद न हो, इसलिए जल्द ही नल का टोटी लगा दिया जाएगा।

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